दक्षिण कोरिया : राष्ट्रपति की रिहाई के बाद सोल में बड़ी रैलियों का आयोजन

दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून सुक योल की रिहाई के बाद राजधानी सोल में बड़ी रैलियों का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि शनिवार को राष्ट्रपति की रिहाई हुई थी।

Seoul Rallies after release of president yppn suk yoel

राष्ट्रपति की रिहाई के बाद दक्षिण कोरिया में विशाल रैलियों का आयोजन Photograph: (आईएएनएस)

सोल: दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में रविवार को हजारों लोग राष्ट्रपति यून सूक योल के पक्ष या विपक्ष में रैली करने के लिए इक्ट्ठा हुए। यून शनिवार को हिरासत से रिहा हुए थे। उनकी रिहाई ने देश का राजनीतिक माहौल गरमा दिया।  

रूढ़िवादी एक्टिविस्ट पादरी जीन क्वांग-हून के नेतृत्व में सारंग जेल चर्च ने मध्य सोल में राष्ट्रपति निवास के पास संडे सर्विस आयोजित की।

योनहाप समाचार एजेंसी ने एक अनौपचारिक पुलिस अनुमान का हवाला देते हुए बताया कि दोपहर तक लगभग 4,500 लोग एकत्र हो चुके थे।

पादरी जीन ने क्या कहा?

जीन ने कहा, "राष्ट्रपति यून की रिहाई के साथ, महाभियोग केस निरर्थक हो गया है। यह खत्म हो गया है। यदि संवैधानिक न्यायालय कुछ अजीब करता है, तो हम लोगों के प्रतिरोध के अधिकार का प्रयोग करेंगे।"

यून को तत्काल पद से हटाने की मांग करने वाले कार्यकर्ताओं के एक समूह ने सोल के ग्योंगबोक पैलेस के ठीक बाहर रात भर विरोध प्रदर्शन किया। समूह ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें यून को पद से हटाने का आग्रह करते हुए एक सप्ताह के लिए 'आपातकालीन कार्रवाई' की घोषणा की गई।

शनिवार को हुई थी रिहाई

महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक योल को शनिवार को जेल से रिहा कर दिया गया। एक दिन पहले अदालत ने उन्हें बिना किसी शारीरिक हिरासत के मुकदमे का सामना करने की इजाजत दी थी।

अपने समर्थकों को हाथ हिलाते हुए, यून सियोल डिटेंशन सेंटर से बाहर निकले, जहां उन्हें विद्रोह भड़काने के आरोप में 52 दिन तक हिरासत में रखा गया। यून के खिलाफ महाभियोग और आपराधिक मुकदमे जारी रहेंगे।

राष्ट्रपति यून के महाभियोग मुकदमे में जल्द फैसले का ऐलान होने वाला है। पिछले महीने के अंत में कोर्ट ने 3 दिसंबर को मार्शल लॉ घोषित करने के मामले में यून के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई पूरी कर ली और जल्द ही यह फैसला सुनाएगा कि उन्हें पद से हटाया जाए या नहीं। फैसला सुनाए जाने की सुनवाई की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। यदि यून को औपचारिक रूप से पद से हटा दिया जाता है, तो 60 दिनों के भीतर एक त्वरित चुनाव होगा। अगर महाभियोग खारिज हो जाता है, तो यून तुरंत अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू कर देंगे।

(यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)

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