2023 में शेंगेन वीजा (Schengen Visa) के लिए आवेदन के अस्वीकार होने के कारण भारतीयों को लगभग 109 करोड़ रुपये (€12.1 मिलियन) का नुकसान हुआ। यह राशि वीजा फीस की है जो वापस नहीं मिलती। कॉन्डे नास्ट ट्रैवलर पत्रिका की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल अस्वीकृत शेंगेन वीजा आवेदनों में भारतीय आवेदक शीर्ष पांच देशों में से एक थे।
क्यों शेंंगेन वीजा आवेदन अस्वीकार हुए?
शेंगेन न्यूज के मुताबिक, भारतीयों ने कुल 966,687 वीजा आवेदन दाखिल किए थे, जिनमें से 151,752 अस्वीकृत हो गए। वीजा अस्वीकृति के कारणों में यात्रा खर्चों का अपर्याप्त सत्यापन, अधूरे दस्तावेज, यात्रा के अस्पष्ट उद्देश्य, रोजगार का कमजोर इतिहास और पिछले वीजा उल्लंघन शामिल थे।
11 जून से पहले 12 वर्ष से अधिक आयु के साधारण पासपोर्ट वाले भारतीय नागरिक के लिए वीज़ा आवेदन शुल्क 7,200 रुपये था। अब इसे बढ़ाकर 8,000 रुपये कर दिया गया है। 7,200 रुपये के शुल्क के साथ, भारत ने पिछले साल वीजा आवेदनों पर लगभग 696 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
कोंडे नास्ट ट्रैवलर पत्रिका के मुताबिक, इसमें से 1,51,752 आवेदन अस्वीकृत हो जाने के कारण, 109 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जो कभी नहीं हो पाने वाली यात्राओं पर खर्च किया गया था। शेंगेन वीजा के लिए आवेदन शुल्क वापस नहीं किया जाता है।
इस पर विशेषज्ञ क्या कहते हैं? एक रिपोर्ट में लैगो कलेक्टिव की संस्थापक मार्टा फोरेस्टी, जो नीति निर्माण के मुद्दों पर काम करने वाले संगठन हैं, के हवाले से बताया गया है कि यूरोपीय संघ ऑब्जर्वर को अस्वीकृत वीजा की लागत “उल्टे धन प्रेषण, गरीब से अमीर देशों में जाने वाला धन” है। उन्होंने कहा, “जब हम सहायता या प्रवास पर चर्चा करते हैं तो हम इन लागतों के बारे में कभी नहीं सुनते हैं, अब इसमें बदलाव करने का समय आ गया है।
क्या है शेंगेन वीजा?
शेंगन वीजा एक ऐसा वीजा है जो आपको 29 यूरोपीय देशों के शेंगन क्षेत्र में प्रवेश करने और 90 दिनों तक वहां रहने की अनुमति देता है। यह वीजा पर्यटन, परिवार और दोस्तों से मिलने और चिकित्सा उपचार जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपलब्ध होता है।
शेंगेन वीजा के बारे में भारतीय निवासियों के लिए कुछ रोचक तथ्य:
– वैश्विक स्तर पर जमा किए गए सभी शेंगेन वीजा आवेदनों में से 9.39% भारतीय आवेदकों द्वारा जमा किए गए हैं।
– 2023 में भारतीय निवासियों ने 966,687 वीजा आवेदन दाखिल किए, जो 2022 की तुलना में 43.87% की वृद्धि दर्शाता है।
– भारत 2023 में तीसरा ऐसा देश है जिसने सबसे अधिक शेंगेन वीजा आवेदन दाखिल किए।
– लिथुआनिया को भारत से सबसे कम वीजा आवेदन प्राप्त हुए, केवल 697।
– स्विट्जरलैंड भारतीयों की पहली पसंद थी जिसके लिए उन्होंने 189,646 वीजा आवेदन किए थे।
शेंगेन क्षेत्र में शामिल देश:
शेंगेन क्षेत्र में- ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया (मार्च 2024 में प्रवेश), क्रोएशिया, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क , एस्तोनिया, फिनलैंड , फ्रांस, जर्मनी, यूनान, हंगरी , आइसलैंड (2001), इटली, लातविया, लिकटेंस्टीन, लिथुआनिया, लक्समबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे (2001), पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया (मार्च 2024 में प्रवेश), स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड जैसे देश शामिल हैं।