सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा से जुड़े नए नियम जारी किए हैं, जिनमें सबसे बड़ा बदलाव यह है कि 2025 के हज सीजन से हज यात्रियों के साथ बच्चों को जाने की अनुमति नहीं होगी। यह निर्णय हज यात्रा के दौरान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और तीर्थयात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़ से बचाव के लिए लिया गया है।
सऊदी हज और उमराह मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि बच्चों को 2025 के हज सीजन के दौरान तीर्थयात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मंत्रालय के अनुसार, यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि भीड़भाड़ को नियंत्रित किया जा सके और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हर साल मक्का में लाखों की संख्या में हज यात्री आते हैं, जिससे पवित्र स्थलों पर भारी भीड़ हो जाती है। कई बार भीड़ के कारण भगदड़ और अन्य सुरक्षा संबंधी समस्याएं सामने आती हैं। इस नियम के लागू होने से माता-पिता को अपने छोटे बच्चों की चिंता किए बिना हज अनुष्ठानों को सुचारू रूप से पूरा करने में मदद मिलेगी।
पहली बार हज करने वालों को मिलेगी प्राथमिकता
नए नियमों के तहत पहली बार हज करने वाले तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी। सऊदी सरकार का मानना है कि जिन लोगों ने पहले कभी हज नहीं किया, उन्हें इस पवित्र यात्रा को करने का अवसर पहले दिया जाना चाहिए।
यह नियम भीड़ नियंत्रण को बेहतर बनाने और अधिक से अधिक नए तीर्थयात्रियों को हज करने का मौका देने के लिए लागू किया गया है। जो लोग पहले से हज कर चुके हैं, उन्हें वीजा और अन्य प्रक्रियाओं में नए यात्रियों के बाद प्राथमिकता मिलेगी।
हज यात्रा के नए नियम और बदलाव
सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा को अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इनमें शामिल हैं:
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों पर विशेष ध्यान – हज यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति को रोका जा सके।
स्मार्ट सिस्टम से तीर्थयात्रियों की आवाजाही का प्रबंधन – हज स्थलों पर भीड़भाड़ को रोकने और तीर्थयात्रियों की बेहतर निगरानी के लिए नई स्मार्ट तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
शिविरों और मार्गों को किया जाएगा अपग्रेड – हज यात्रा के दौरान सुविधाओं में सुधार करने के लिए आवास, शिविरों और मार्गों को आधुनिक बनाया जाएगा।
हज का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
इस्लाम में हज यात्रा को पवित्र और अनिवार्य माना जाता है। जो व्यक्ति आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम होता है, उसके लिए जीवन में एक बार हज करना फर्ज माना गया है।
मक्का, इस्लाम का सबसे पवित्र शहर है, जहां हर साल दुनिया भर से लाखों मुस्लिम तीर्थयात्री हज करने के लिए आते हैं। हज यात्रा के दौरान, मुसलमान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करते हैं, जिनमें काबा का तवाफ (परिक्रमा), सई (सफा और मरवा पहाड़ियों के बीच दौड़), अराफात मैदान में प्रार्थना और शैतान को कंकड़ मारना शामिल हैं।
सऊदी अरब सरकार का कहना है कि नए नियमों से तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा और भीड़ नियंत्रण आसान होगा। इसके साथ ही, पहली बार हज करने वालों को अधिक अवसर मिलने से अधिक मुस्लिमों को इस पवित्र अनुष्ठान को पूरा करने में मदद मिलेगी।