लंदन: ब्रिटेन में शरण लेने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार को जारी नए आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक 10 हजार से अधिक लोग शरण लेने के लिए ब्रिटेन आए हैं।
जुलाई के महीने में ब्रिटेन में राष्ट्रीय चुनाव है और यह मुद्दा प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के लिए काफी अहम है। ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्ष इस मुद्दे को लगातार उठा रहा है और इस पर प्रधानमंत्री को घेर रहा है।
विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी ने यह आरोप लगाया है कि यह मुद्दा काफी महत्वपूर्ण है जिसे सरकार नजरअंदाज कर रही है। पार्टी के अनुसार, अगर उनकी सरकार बनी तो वे इस मुद्दे पर एक्शन जरूर लेंगे और सीमा की सुरक्षा के लिए अहम कदम उठाएंगे।
क्या कह रहे हैं आंकड़ें
साल 2023 में गैरकानूनी तरीके से ब्रिटेन आने वालों की संख्या में एक तिहाई की कमी देखी गई थी। लेकिन इस साल आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। इस साल जनवरी से लेकर 25 मई के बीच यहां 10170 शरणार्थी आए हैं।
पिछले साल इन पांच महीनों में 7,395 से अधिक शरणार्थी यहां आए थे। इन दोनों आंकड़ों को अगर देखा जाए तो सामान महीनों में पिछले साल के मुकाबले इस साल शरणार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है।
शरणार्थियों को लेकर ऋषि सुनक ने क्या कहा
पिछले ही हफ्ते प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने घोषणा की थी कि चार जुलाई को ब्रिटेन में संसदीय चुनाव होंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि जो लोग ब्रिटेन में शरण लेने के लिए आए हैं उन्हें चुनाव से पहले उनके देश रवांडा नहीं भेजा जाएगा।
ब्रिटेन में शरण लेने के लिए शरणार्थियों का आना एक अहम मुद्दा है जो प्रधानमंत्री की कंजर्वेटिव पार्टी के अन्य नीतियों में से एक प्रमुख नीति है। इस योजना को दो वर्षों से अधिक समय तक कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में प्रधानमंत्री के इस बयान को लेकर काफी चर्ची भी हो रही है।
विपक्षी पार्टी ने क्या कहा है
ब्रिटेन के कुछ ओपिनियन पोल के अनुसार, विपक्षी लेबर पार्टी प्रधानमंत्री की पार्टी से 20 अंक ऊपर चल रही है। विपक्ष का दावा है कि वह कंजर्वेटिव पार्टी के 14 साल के शासन को खत्म करने की तैयारी में है।
शरणार्थियों के बारे में बोलते हुए लेबर पार्टी ने कहा है कि चुनाव के बाद अगर उनकी सरकार बनती है तो उनकी पार्टी रवांडा निर्वासन नीति को खत्म कर देगी। लेबर पार्टी के नेता स्टीफन किन्नॉक ने सुनक की सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि वे शरणार्थियों के मुद्दे को सुलझाने में विफल रहे हैं।
सुनक सरकार पर आरोप लगाते हुए स्टीफन किन्नॉक ने कहा है कि मौजूदा सरकार यहां शरण लेने वाले केवल कुछ ही लोगों पर फोकस कर रही है और उन्हें उनके देश वापस भेज रही है।
जबकि हर महीने भारी सख्या में ऐसे शरणार्थी ब्रिटेन आ रहे हैं और इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। लेबर पार्टी ने यह भी कहा है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे एक सीमा सुरक्षा कमान भी बनाएंगे। ये कमान पुलिस और घरेलू खुफिया एजेंसी की मदद से लोगों की तस्करी से निपटने में काम करेगी।
गैर कानूनी तरीके से भारी संख्या में रवांडा के लोग क्यों जाते हैं ब्रिटेन
मध्य अफ्रीका की ग्रेट रिफ्ट वैली में स्थित रवांडा एक देश हैं। इसकी सीमा युगांडा, तंजानिया, बुरुंडी और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य से लगती है। इस देश की अर्थव्यवस्था काफी कमजोर हैं और यहां पर रहने वालों में गरीबों की संख्या काफी ज्यादा है। यहां के लोग खेती पर ज्यादा निर्भर हैं और यही इनकी आमदनी का जरिया है।
गरीबी, महंगाई और बढ़ती आबादी के कारण यहां के लोग अन्य देश में पलायन कर रहे हैं। भारी संख्या में यहां के लोग गैरकानूनी तरीके से ब्रिटेन भी जाने की कोशिश करते हैं।
ये लोग राजनीतिक उत्पीड़न, मानवाधिकारों के हनन और सुरक्षित और अधिक स्थिर वातावरण की इच्छा सहित विभिन्न कारणों के चलते ब्रिटेन आते हैं और यहां पर शरण चाहते हैं।