मॉस्को: रूसी सेना के न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल डिफेंस फोर्सेस (एनबीसी) के प्रमुख इगोर किरिलोव की एक बम धमाके में हत्या कर दी गई है। इगोर किरिलोव के साथ उनके एक सहयोगी की भी इस धमाके में मौत हुई है। यह धमाका मॉस्को में मंगलवार को एक अपार्टमेंट के बाहर हुआ। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि धमाके लिए करीब 300 ग्राम टीएनटी का इस्तेमाल किया गया था।
यूक्रेन ने कराया मॉस्को में धमाका!
जांचकर्ताओं ने बताया है कि विस्फोटक इमारत के बाहर एक स्कूटर में रखा गया था। मॉस्को के दक्षिणीपूर्वी इलाके में स्थित आवासीय क्षेत्र के इस इमारत से जब दोनों बाहर निकल रहे थे, तभी ये धमाका हुआ।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यह धमाका किसी और जगह से कराया गया। वहीं, द मॉस्को टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि यूक्रेन सिक्यूरिटी सर्विस ने कथित तौर पर इस घटना को अंजाम देने की जिम्मेदारी ली है।
यूक्रेन पर रूस के हमले के तीन साल पूरे होने जा रहे हैं। जंग अभी भी जारी है। ऐसे में पिछले करीब तीन सालों में मॉस्को में इस तरह के विस्फोट में मारे जाने वाले किरिलोव सबसे वरिष्ठ रूसी सैन्य अधिकारी हैं। यह धमाका जिस जगह हुआ है वह राष्ट्रपति भवन से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर है।
किरिलोव पर ब्रिटेन ने लगाया था बैन
मॉस्को में हुए धमाके वाली जगह की तस्वीरों से पता चलता है कि यह इतना तेज था कि इमारत का प्रवेश द्वार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इमारत की दीवार और कई खिड़कियों को भी नुकसान हुआ है।
अक्टूबर में, यूनाइटेड किंगडम ने अक्टूबर में किरिलोव पर प्रतिबंध लगा दिया हुआ था। किरिलोव पर ब्रिटेन ने यूक्रेन में रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल और ‘रूसी दुष्प्रचार के लिए प्रमुखता से काम’ करने के आरोप लगाए थे।
यूक्रेन के एसबीयू सिक्यूरिटी सर्विस ने दावा किया है कि जनरल किरिलोव के नेतृत्व में रूस ने 4,800 से अधिक बार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन पर किया है। हालांकि, मॉस्को ऐसे आरोपों से इनकार करता रहा है।
हमालवरों के बारे में क्या पता लगा है?
रूस ने अपने दो सैन्य अधिकारियों की हत्या को एक आपराधिक मामला बताते हुए जांच शुरू कर दी है। हालांकि किसी भी संदिग्ध का नाम या कोई खुलासा नहीं किया गया है। यूक्रेन की ओर से भी विस्फोट पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं आई है।
वहीं, यूक्रेन की एसबीयू सुरक्षा सेवा के सूत्रों ने बीबीसी यूक्रेन और एएफपी को बताया कि किरिलोव को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया था। सूत्रों के अनुसार जैसे ही किरिलोव और उनका सहयोगी इमारत से बाहर निकले, विस्फोटक से भरे स्कूटर में विस्फोट हो गया।
सूत्र ने बीबीसी को बताया, ‘किरिलोव एक युद्ध अपराधी था और उसे मारने का लक्ष्य वैध था, क्योंकि उसने यूक्रेनी बलों के खिलाफ प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने के आदेश जारी किए थे।’
वहीं, बाजा टेलीग्राम चैनल (Baza Telegram channel) ने बताया कि विस्फोटकों से भरा स्कूटर सुबह 4 बजे के आसपास आवासीय परिसर के प्रवेश द्वार के पास रखा गया था। इसमें कहा गया है कि इमारत से बाहर निकलने वाले हर शख्स की निगरानी सड़क के पार एक किराए के अपार्टमेंट, पास की किसी कार या इमारत की सर्विलांस सिस्टम से की जा रही होगी, जिसे संभवत: हैक किया गया होगा। रूस की ओर से इस घटना पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।