रूस ने अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश में भारतीय नागरिकों की कथित संलिप्तता पर रिपोर्ट के लिए ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की आलोचना करते हुए अमेरिका पर भारत के आंतरिक मामलों और चल रहे संसदीय चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। रूस ने कहा कि वाशिंगटन आरोपों को लेकर कोई ठोस सबूत देने में विफल रहा है। साथ ही रूस ने कहा कि नई दिल्ली के खिलाफ ‘नियमित निराधार आरोप’ व्हाइट हाउस द्वारा 2024 के लोकसभा चुनावों को ‘उलझाने’ का एक प्रयास है।
दरअसल, एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा से अमेरिकी समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के बारे में पूछा गया था जिसमें एक भारतीय अधिकारी पर विदेशी जमीन पर एक ‘हत्या के प्रयास’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। जखारोवा ने कहा, ‘हमारे पास जो जानकारी है उसके अनुसार, वाशिंगटन ने जी.एस. पन्नू की हत्या साजिश में भारतीय नागरिकों के शामिल होने का कोई ठोस सबूत नहीं दिया है। सबूतों के अभाव में इस मामले में अटकलबाजी स्वीकार्य नहीं है।’
पन्नू की हत्या की साजिश…अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट, क्या है ये पूरा मामला?
पिछले साल नवंबर में अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर गुरपतवंत सिंह पन्नू को निशाना बनाकर की गई असफल हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था। बताया गया कि निखिल गुप्ता के साथ इस साजिश में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी भी शामिल था। प्रतिबंधित ‘सिख फॉर जस्टिस’ संगठन बनाने वाले पन्नू को भारत आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल कर चुका है। पन्नू के पास अभी अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है।
अमेरिकी अखबार की एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ का एक अधिकारी पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल था। रिपोर्ट में इस अधिकारी का नाम विक्रम यादव बताया गया है। अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मिशन को ‘रॉ’ के तत्कालीन प्रमुख सामंत गोयल ने मंजूरी दी थी। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि भारत असल में ‘चीन, रूस, ईरान, सऊदी अरब और अन्य ऐसी दमनकारी नीतियों को अपनाने वाले देशों की बढ़ती सूची का हिस्सा है।’
अमेरिका ने रूस के आरोपों को ठुकराया
दूसरी ओर अमेरिका ने भारत में जारी लोकसभा चुनावों में किसी भी तरह के हस्तक्षेप से इनकार किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गुरुवार को वाशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारत में जारी चुनावों में हमारे देश की कोई भूमिका नहीं है। वहां भारत के लोगों को निर्णय लेना है। मिलर ने कहा कि उनका देश किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने हालांकि गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश पर चल रही जांच पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। मिलर ने कहा कि यह मामला कोर्ट में है, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
इस मुद्दे पर भी भारत को लेकर अमेरिका पर भड़का रूस
पन्नू के मामले के अलावा अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (यूएससीआईआरएफ) की हाल में जारी रिपोर्ट पर भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए रूसी प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि वाशिंगटन न सिर्फ भारत, बल्कि कई दूसरे देशों पर भी ‘निराधार’ आरोप लगाता है।
जखारोवा ने कहा, ‘अमेरिका द्वारा नई दिल्ली के खिलाफ नियमित रूप से धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के आधारहीन आरोप यह दिखाते हैं कि अमेरिका भारत की राष्ट्रीय मानसिकता तथा भारतीय विकास के ऐतिहासिक संदर्भ को नहीं समझता है और एक राष्ट्र के रूप में भारत का अपमान करता है। हम देख रहे हैं कि वे न सिर्फ भारत पर, बल्कि कई अन्य देशों पर भी निराधार आरोप लगा रहे हैं।’