मॉस्को: रूस के उत्तरी काकेशस क्षेत्र (Russia's North Caucasus) के दागिस्तान में रविवार को यहूदियों के उपासना स्थल सिनेगॉग सहित दो चर्च और एक पुलिस पोस्ट पर हुए हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। मारे गए लोगों में सुरक्षाकर्मी सहित एक पादरी भी शामिल हैं। इस बीच छह हमलावरों के भी मारे जाने की खबर है।

ये हमले दागिस्तान की क्षेत्रीय राजधानी माखचकाला (Makhachkala) और तटीय शहर डर्बेंट (Derbent) में हुए। रिपोर्ट में कहा गया कि अज्ञात हमलावरों ने माखचकाला में धार्मिक इमारतों पर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की और फिर एक वाहन में बैठकर भाग गए।

दागिस्तान के गवर्नर ने कहा- ये आतंकी हमला

दागिस्तान के गवर्नर सर्जेई मल्किोव ने इसे 'आतंकवादी हमला' करार दिया है। उन्होंने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, 'आज शाम डर्बेंट और माखचकाला में अज्ञात हमलावरों ने समाज में स्थिति को अस्थिर करने का प्रयास किया। हम जानते हैं कि इन आतंकवादी हमलों के पीछे कौन है और उनका उद्देश्य क्या है।'

उन्होंने आगे कहा, 'हमें यह समझना चाहिए कि युद्ध हमारे घरों तक भी आता है। हमने इसे महसूस किया था, लेकिन आज हम इसका सामना कर रहे हैं।'

छह हमलावर मारे गए

माखचकाला के केंद्र में एक यातायात पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया गया। हमले कई पुलिसकर्मी मारे गए। डर्बेंट में भी पुलिसकर्मियों के मारे जाने की खबर है। इस बीच स्थानीय समाचार चैनल आरटी की रिपोर्ट में शुरुआत में बताया गया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो हमलावर ढेर हुए हैं। वहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने माखचकाला में चार हमलावरों और डर्बेंट में दो हमलावरों के मारे जाने की पुष्टि की है।

पादरी की मौत, गला रेता गया

डर्बेंट में चर्च पर हुए हमले में 66 वर्षीय ऑर्थोडॉक्स पादरी की मौत हो गई। वे डर्बेंट में पिछले 40 साल से ज्यादा समय से काम कर रहे थे। इससे पहले, एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने दावा किया था कि हमलावरों ने पादरी का गला रेत दिया था।

डर्बेंट में ही हमलावरों ने एक सिनेगॉग पर धावा बोला। हमलावरों ने पहले यहां गोलीबारी की और फिर इसे आग के हवाले भी कर दिया। वहीं, डर्बेंट में पुलिस अधिकारियों पर हमले का वीडियो कुछ स्थानीय लोगों द्वारा बनाया गया और इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। क्लिप में गोलियों की आवाज सुनी जा सकती है, साथ ही सड़क पर पुलिस की गाड़ियां खड़ी दिखाई दे रही हैं।

किसी गुट ने नहीं ली है हमले की जिम्मेदारी

इस बीच दागिस्तान के गवर्नव ने यह भी कहा कि 24 से 26 जून तक दागेस्तान में शोक दिवस मनाया जाएगा। झंडे आधे झुका दिए गए हैं और सभी मनोरंजन वाले कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। रूस की जांच समिति ने कहा कि उसने दागिस्तान में 'आतंकवादी कृत्यों' पर आपराधिक जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है।

वहीं, रूस की सरकारी मीडिया ने अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि हमलावरों में मध्य दागिस्तान के सर्गोकाला जिले के प्रमुख के दो बेटे भी शामिल थे, जिसे पहले हिरासत में लिया गया था।

बता दें कि यह घटना मॉस्को के पास एक कॉन्सर्ट हॉल पर इस्लामिक स्टेट द्वारा किए गए हमले में 145 लोगों के मारे जाने के तीन महीने बाद हुई है। वह घटना रूस में पिछले कई सालों में सबसे भयानक आतंकवादी हमला था।

दागिस्तान रूस के सबसे पिछड़े इलाकों में है शामिल

सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हमले के एक वीडियो में देखा जा सकता है कि हमलावर काले कपड़ों में है। दागिस्तान को रूस के सबसे पिछड़े इलाकों में से भी एक माना जाता है। यह एक मुस्लिम बहुल प्रांत भी है। इससे पहले अक्टूबर 2023 में यहूदी यात्रियों की तलाश में दागिस्तान के एयरपोर्ट में कई फिलस्तीन समर्थक जबरन घुस आए थे। ये वाकया पिछले साल सात अक्तूबर 2023 को इजराइल और हमास के बीच शुरू हुए जंग के बाद का है।

समाचार एजेंसी IANS के अनुसार इस बीच स्थानीय मुस्लिम नेताओं ने हमलों की निंदा की है। उत्तरी काकेशस मुस्लिम समन्वय परिषद के प्रमुख ने हमलावरों को 'क्रूर और घृणित जानवर' कहा, जबकि चेचन गणराज्य के प्रमुख रमजान कादिरोव ने हमलों को उकसाने वाली कार्रवाई करार देते हुए इसे धर्मों के बीच मतभेद पैदा करने का प्रयास बताया।