नई दिल्ली:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अलास्का में मुलाकात के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक अजीबोगरीब अभ्यास का खुलासा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि पुतिन अपने विदेश दौरों के दौरान अपना कोई भी डीएनए सबूत पीछे नहीं छोड़ना चाहते हैं और इसी कारण उनके अंगरक्षक उनका मल तक जमा कर वापस रूस ले आते हैं।
एक्सप्रेस यूके की रिपोर्ट के अनुसार, मूल रूप से 2022 में दो अनुभवी खोजी पत्रकारों, रेगिस जेंटे और मिखाइल रुबिन द्वारा फ्रेंच पत्रिका पेरिस मैच में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन की सुरक्षा का एक हिस्सा एक "पूप सूटकेस" (poop suitcase) ले जाना है। रूसी राष्ट्रपति की फेडरल प्रोटेक्शन सर्विस (FPS) के सदस्य उनके मानव मल और मूत्र को इकट्ठा करते हैं और इसे विशेष बैग में डालकर वापस रूस लाया जाता है। इसका कारण यह है कि पुतिन का मल जैविक जानकारी से भरा होता है, जिसे विदेशी खुफिया या जासूसी एजेंसियाँ उनके शारीरिक स्थिति और संभावित उपचारों के बारे में पता लगाने के लिए विश्लेषण कर सकती हैं।
पेरिस मैच की रिपोर्ट में कहा गया है, "व्लादिमीर पुतिन के साथ विदेश यात्रा करने वाले दल में एक व्यक्ति को उनके मल-मूत्र को इकट्ठा करने और उसे मॉस्को ले जाने का काम सौंपा जाता है। रिपोर्ट में कहा गया कि पुतिन का मल-मूत्र उनके स्वास्थ्य से जुड़ी अहम जानकारी रख सकता है, जिसे विदेशी खुफिया एजेंसियां इस्तेमाल कर सकती हैं। इसमें उनकी दवाइयों के निशान, इलाज की स्थिति और स्वास्थ्य पैरामीटर जैसी संवेदनशील जानकारियां छिपी हो सकती हैं। यही वजह है कि पुतिन की टीम उनके किसी भी जैविक सैंपल को बाहर नहीं छोड़ती।
पत्रकारों का दावा है कि यह प्रक्रिया पुतिन के विदेशी दौरों पर कई वर्षों से चल रही है। 2019 में सऊदी अरब यात्रा के दौरान पहली बार इस “गुप्त अभियान” का पता चला था। इसी तरह 2017 में जब पुतिन फ्रांस के दौरे पर वर्साय में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिले थे, तब भी यह प्रक्रिया अपनाई गई थी।
पूर्व बीबीसी पत्रकार फरीदा रुस्तमोवा ने भी इसी तरह के दावे किए हैं। उन्होंने कहा कि पुतिन 1999 में रूस के प्रधानमंत्री बनने के बाद से विदेशी दौरों पर एक पोर्टेबल शौचालय का उपयोग करते हैं।इस अभ्यास का उद्देश्य अन्य देशों को उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने से रोकना है।
पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर अटकलें
पिछले कुछ वर्षों से पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर लगातार अफवाहें फैल रही हैं। रिपोर्टों में उनके बीमार होने, दिल का दौरा पड़ने और यहाँ तक कि एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति, जैसे पार्किंसंस रोग से पीड़ित होने का भी दावा किया गया है। पिछले नवंबर में कजाकिस्तान के अस्ताना में पुतिन को अपने पैर हिलाते हुए देखा गया था, जिसने इन अटकलों को और हवा दी। वहीं, एक टेलीग्राम चैनल ने दावा किया था कि पुतिन सीढ़ियों से गिर गए थे और खुद को चोटिल कर लिया था।
डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में हुई लगभग तीन घंटे लंबी बैठक बिना किसी बड़े निर्णय के समाप्त हो गई। इस बैठक से पहले, ट्रंप ने यूक्रेन में शांति लाने के लिए कदम न उठाने पर रूसी नेता को "गंभीर परिणामों" की चेतावनी दी थी। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने कहा कि उन्होंने संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन कोई विवरण नहीं दिया। ट्रंप ने कहा, "मेरा मानना है कि हमारी एक बहुत ही उपयोगी बैठक हुई। हम अभी तक वहाँ नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हमने कुछ प्रगति की है। तो, जब तक कोई सौदा नहीं हो जाता, तब तक कोई सौदा नहीं है।