लंदनः यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि यदि यूक्रेन को नाटो (NATO) में सदस्यता मिल जाती है और युद्ध समाप्त हो जाता है, तो वे अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। ब्रिटिश पत्रकारों को दिए गए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि इस स्थिति में वे अपनी “मिशन पूरा होने” की घोषणा करेंगे।
यूक्रेनी मीडिया आउटलेट RCB-UKRAINE के मुताबिक साक्षात्कार के दौरान एक सवाल के जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि मौजूदा हालात में राष्ट्रपति पद पर बदलाव की प्रक्रिया जटिल होगी।
उन्होंने कहा, “जो कुछ हो रहा है और जो समर्थन हमें मिल रहा है, उसके बीच मुझे बदलना आसान नहीं होगा। केवल चुनाव कराना ही काफी नहीं होगा। आपको मुझे चुनावों में हिस्सा लेने से रोकना होगा, जो थोड़ा मुश्किल काम है। इसलिए उनके पास मुझसे बातचीत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। मैंने कहा है कि मैं इसे नाटो सदस्यता के बदले में देने के लिए तैयार हूं। इसका मतलब होगा कि मैंने अपना मिशन पूरा कर लिया।”
अंतरराष्ट्रीय दबाव पर कड़ी प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के उस दबाव की आलोचना की, जो यूक्रेन के निर्णयों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का रवैया लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो ऐसा लगता है कि कुछ लोग, जिनके पद मैं नहीं बताऊंगा, यूक्रेनी नागरिकों को बता रहे हैं कि उन्हें कौन सा राष्ट्रपति चुनना चाहिए। खासकर अगर वे लोग आधिकारिक पदों पर हैं, तो यह पूरी तरह अलोकतांत्रिक और अव्यवहारिक लगता है। हम मूल्यों की बात कर रहे हैं, और यह बिल्कुल भी लोकतांत्रिक नहीं लगता। हालांकि मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि शायद यह पुतिन और सभी के लिए एक समाधान है। अगर मैं उतना लचीला नहीं हूं, तो मैं इसे नाटो सदस्यता के बदले में देने के लिए तैयार हूं।”
अमेरिकी सांसद के बयान के बाद आया जेलेंस्की का बयान
जेलेंस्की का यह बयान अमेरिकी हाउस स्पीकर माइक जॉनसन की टिप्पणी के बाद आया है। जॉनसन ने कहा था कि राष्ट्रपति जेलेंस्की को होश में आकर आभार के साथ वार्ता की मेज पर लौटना चाहिए। अन्यथा, किसी और को देश की बागडोर संभालनी चाहिए।
यह बयान ऐसे समय आया है जब यूक्रेनी राष्ट्रपति का अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ यूक्रेन संकट को लेकर मतभेद सामने आया था।