इस्लामाबादः पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए की भी कमान सौंपी गई है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है।
असीम मलिक की जिम्मेदारी बढ़ा दी गई है। सितंबर 2024 में असीम को आईएसआई चीफ नियुक्त किया गया था।
पाकिस्तानी सेना में संभाला एडजुटेंट जनरल का रोल
आईएसआई चीफ का पदभार संभालने से पहले मलिक पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय में एडजुटेंट जनरल के रूप में काम किया था। यहां उन्होंने कानूनी और अनुशासनात्मक मामलों सहित प्रशासनिक मामलों की देखरेख की।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक खबर के मुताबिक, एडजुटेंट जनरल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान प्रमुख घटनाओं में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और उसके बाद उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन शामिल थे।
अपने कार्यकाल के दौरान मलिक ने बलूचिस्तान और दक्षिणी वजीरिस्तान में भी कमान संभाली है जहां सुरक्षा संबंधी बहुत बड़ी चुनौतियां हैं। पहलगाम में हुए हमले के बाद दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
भारत ने क्या कदम उठाए?
भारत द्वारा उठाए गए हालिया कदमों में अपने हवाई क्षेत्र में पाकिस्तानी विमानों की आवाजाही पर रोक लगाई है। इसके साथ ही पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनल्स को भी बंद किया गया था।
इससे पहले भारत ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाई थी। भारत ने कहा था कि पाकिस्तान जब तक आतंकवाद पर स्थायी रूप से रोक लगाने के प्रयास नहीं करता, तब तक भारत एक बूंद भी पानी नहीं जाने देगा। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहा था।
वहीं, पाकिस्तान की तरफ से इसकी प्रतिक्रिया में शिमला समझौते से खुद को अलग कर लिया था। इसके साथ ही पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में भारतीय विमानों के जाने पर भी रोक लगाई थी।
वहीं, पाकिस्तान की तरफ से लगातार सातवें दिन नियंत्रण रेखा पर सीजफायर उल्लंघन जारी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में एनएसए का पद साल 2022 से खाली था। डॉ. मोईद यूसुफ आखिरी एनएसए बने थे।