नई दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव अब एक सैन्य टकराव की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। विदेश मंत्रालय की एक ब्रीफिंग के दौरान शुक्रवार को भारतीय अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की सेना ने सैनिकों को सीमा के पास के इलाकों में भेजना शुरू कर दिया है। यह संकेत है कि वे लड़ाई को और बढ़ाना चाहते हैं।
विदेश और रक्षा मंत्रालय के संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, "पाकिस्तानी सैनिकों को सीमा के पास के इलाकों में जाते हुए देखा गया है, जो उनकी मंशा दिखाता है कि वे तनाव को और बढ़ाना चाहते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से युद्ध के लिए तैयार हैं और सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया है और उसी अनुपात में जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने तनाव न बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, बशर्ते पाकिस्तान भी ऐसा ही करे।"
पंजाब एयरबेस और कश्मीर के अस्पतालों पर मिसाइल हमला
भारत ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने बीती रात 1:40 बजे पंजाब के एक एयरबेस पर हाई-स्पीड मिसाइल से हमला किया। इसके अलावा, श्रीनगर, अवंतीपुरा और उधमपुर में स्थित चिकित्सा सुविधाओं और स्कूलों को भी निशाना बनाया गया।
सोफिया कुरैशी ने बताया, "पाकिस्तान की इस उकसावे वाली कार्रवाई का भारत ने करारा जवाब दिया है। हमारी जवाबी कार्रवाई सटीक और रणनीतिक रही है।" कर्नल सोफिया ने कहा रफीकी, मुरिद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनीयन स्थित पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर लड़ाकू विमानों से सटीक हथियारों का प्रयोग किया गया। इसके साथ ही पस्रूर और सियालकोट के विमानन अड्डों पर मौजूद रडार स्थलों को भी निशाना बनाया गया। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्रों पर हमलों के लिए ड्रोन, लंबी दूरी की हथियार प्रणाली, लूटिंग म्युनिशन और फाइटर जेट का इस्तेमाल किया।
26 से अधिक वायुसेना अड्डों पर घुसपैठ की कोशिशें
पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट और बठिंडा स्थित एयरबेस पर हमला कर वहां साजो-सामान और सुरक्षाकर्मियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। पाकिस्तान ने 26 से अधिक लोकेशनों पर हवाई मार्ग से घुसपैठ की कोशिशें कीं, जिन्हें भारतीय बलों ने बड़ी हद तक निष्क्रिय कर दिया।
उन्होंने आगे बताया कि पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए सशस्त्र ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, ‘लॉयटरिंग एम्युनिशन’ और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया। LoC पर भारी कैलिबर हथियारों से हमले किए गए। इन हमलों में भारतीय बलों ने पूरी तत्परता से जवाबी कार्रवाई की, हालांकि उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर, भुज और बठिंडा के एयरबेस पर कुछ क्षति हुई और कुछ सैन्यकर्मी घायल हुए।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की इन कार्रवाइयों को स्पष्ट उकसावे की श्रेणी में रखा और कहा कि भारत की प्रतिक्रिया मापी-तौली, संयमित लेकिन प्रभावी रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने सैन्य संयम का परिचय देते हुए केवल उन ठिकानों को निशाना बनाया, जो प्रत्यक्ष रूप से हमलों के लिए जिम्मेदार थे।