इस्लामाबादः पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का प्रमोशन हुआ है। मुनीर को अब फील्ड मार्शल का पद दिया गया है। पाकिस्तान की कैबिनेट द्वारा इस फैसले को मंजूरी दी गई है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मु्ताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई है।
पाकिस्तान सरकार द्वारा यह निर्णय बीते दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़े तनाव के कुछ दिनों बाद लिया गया है।
कैबिनेट में लिया गया निर्णय
यह निर्णय पाकिस्तान की कैबिनेट बैठक में मंगलवार को लिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता पीएम शहबाज शरीफ ने की। हिंदुस्तान टाइम्स ने पाकिस्तान की सरकारी टीवी पीटीवी के हवाले से लिखा कि मुनीर को भारत के साथ हुए संघर्ष में "अनुकरणीय भूमिका" के लिए पदोन्नत किया गया है।
बीते दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर असीम मुनीर ने कहा था कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन वह अपनी राष्ट्रीय प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा।
सेना प्रमुख बनने से पहले असीम मुनीर पाकिस्तान में कई अहम पदों पर रह चुके हैं। मुनीर इससे पहले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख रह चुके हैं। पुलवामा हमले के दौरान मुनीर आईएसआई प्रमुख थे। इस आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे।
जनरल असीम मुनीर साल 2022 में कमर जावेद बाजवा की जगह सेना प्रमुख बनाए गए थे।
असीम मुनीर 11वें सेना प्रमुख बने थे। साल 2024 में मुनीर का कार्यकाल खत्म हो रहा था लेकिन उसे पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया था।
दो राष्ट्र सिद्धांत
बीते दिनों पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने दो राष्ट्र सिद्धांत को उठाया था। इसके साथ ही मुनीर ने इस बात पर जोर दिया था कि भारत और पाकिस्तान दो अलग देश हैं।
इसके साथ ही मुनीर ने आगे कहा कि पाकिस्तान की पुरानी पीढ़ियों ने देश के निर्माण के लिए लगातार संघर्ष किया है।
मुनीर ने कहा "हमारे पुरखों ने बहुत त्याग किया है और हमने इस देश के निर्माण के लिए बहुत त्याग किया है और हम जानते हैं कि इसकी रक्षा कैसे करनी है।"
मुनीर के इस बयान के कुछ दिनों बाद ही पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों को धर्म के आधार पर निशाना बनाया था।