लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का कमांडर और पहलगाम हमले का कथित मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी बुधवार को सार्वजनिक रूप से देखा गया है। कसूरी एक राजनीतिक रैली में पहुंचा था जहां पाकिस्तान के नेता ओर अन्य वांटेड आतंकी शामिल थे। इस रैली में भड़काऊ भाषण दिए गए और भारत के खिलाफ जमकर नारे लगाए गए।
पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के वर्षगांठ पर यौम-ए-तकबीर मनाने के लिए पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने रैली आयोजित की थी जिसमें भारत के खिलाफ जहर उगला गया। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का बेटा और भारत की तरफ से आतंकवादी घोषित तल्हा सईद भी शामिल था।
पहलगाम हमले का कथित मास्टरमाइंड है सैफुल्लाह कसूरी
सैफुल्लाह कसूरी को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले का साजिशकर्ता माना जाता है। इस हमले में 25 हिंदू पर्यटकों के साथ 26 लोग मारे गए थे। मारे जाने वाले सारे पुरुष थे, क्योंकि आतंकवादियों ने हिंदुओं को उनका धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया था। हमला करने वाले द रेसिस्टेंस टास्क फोर्स के आतंकी थे,जो LeT का मुखौटा आतंकी संगठन है। कसूरी को खालिद के नाम से भी जाना जाता है। उसने रैली में कहा, 'मुझे पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड होने का दोष दिया जाता है, और मैं पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका हूं।' उसने 'मुदस्सिर शहीद' के नाम पर एक सेंटर, सड़क और अस्पताल बनाने की भी घोषणा की। खुफिया सूत्रों के अनुसार, मुदस्सिर अहमद उन आतंकियों में से एक था, जिन्हें भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में मार गिराया।
हाफिज सईद के बेटे तलहा सईद ने भी दिया भाषण
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आयोजित इस रैली में तलहा सईद ने भी भाषण दिया। वह भारत की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में 32वें नंबर पर है। उसने जिहादी नारे लगाए और 'नारा-ए-तकबीर कहा। सईद ने 2024 के आम चुनावों में लाहौर के एनए-122 सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गया। वह पीएमएमएल (PMML) के साथ जुड़ा है, जो LeT का राजनीतिक चेहरा माना जाता है। PMML ने हाल के हफ्तों में भारत के खिलाफ बयानबाजी बढ़ा दी है। उसने लाहौर, कराची, इस्लामाबाद और फैसलाबाद जैसे शहरों में विरोध प्रदर्शन किए हैं। PMML हाफिज सईद की रिहाई की मांग कर रहा है और सिंधु जल संधि रोकने के खिलाफ भारत को लेकर गीदड़भभकी भी दे रहा है।