काबुल: आतंकवादी संगठन अल कायदा का प्रमुख ओसामा बिन लादेन का बेटा हमजा बिन लादेन के जीवित होने को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वह अभी भी जिंदा है और अल कायदा का नेतृत्व कर रहा है।
हमजा को लेकर साल 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने दावा किया था कि वह अमेरिकी हवाई हमले में मारा गया है। हालांकि हालिया खुफिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि वह इन हमलों में बच गया था और अब वह अफगानिस्तान में है और वहां से अल कायदा की कमान संभाल रहा है।
इससे पहले हमजा की मौत को लेकर केवल दावा ही किया गया था और इसके मौत को लेकर कोई डीएनए सबूत भी नहीं मिले थे।
रिपोर्ट में क्या दावे किए गए हैं
पश्चिमी खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमजा कथित तौर पर तालिबान के संरक्षण में है और अफगानिस्तान में गुप्त अभियान चला रहा है। वह अपने भाई अब्दुलाह के साथ अफगानिस्तान के जलालाबाद और पंजशीर जैसे गढ़ों से काम कर रहा है। दावा यह भी है कि वह अफगानिस्तान ने अभी कम से कम 10 आतंकी कैंपों को चला रहा है।
हमजा को लेकर यह भी दावा है कि वह अपनी चार पत्नियों सहित कथित तौर पर अफगानिस्तान के गजनी, लगमन और हेलमंद जैसे प्रांतों के सुरक्षित घरों में रह रहा है। एक अन्य रिपोर्ट में यह दावा है कि गया है कि हमजा अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए से बचने के लिए अपनी चार पत्निनों के साथ कई सालों से ईरान में शरण ले रखा है।
एक हालिया खुफिया जानकारी में यह पता चला है कि हमजा ईरान से अल कायदा के सदस्यों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए अलग-अलग अफगानी प्रांतों के सुरक्षित घरों का इस्तेमाल कर रहा है।
तालिबान विरोधी सैन्य गठबंधन नेशनल मोबिलाइजेशन फ्रंट (एनएमएफ) के सितंबर 2024 के रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हमजा को पंजशीर के दारा अब्दुल्ला खेल जिले में ले जाया गया है। यहां पर वह 450 अरब और पाकिस्तानी लड़ाकों के संरक्षण में है।
अल कायदा की मदद में तालिबान की भूमिका
साल 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान पर दोबारा नियंत्रण हासिल करने के बाद यहां पर चरमपंथी गतिविधियों में भारी इजाफा देखा गया है। खुफिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अल कायदा और आईएसआईएस जैसे अन्य आतंकी समूहों के तालिबान के नियंत्रण हासिल करने के बाद यहां पर और सक्रिय हुए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमजा के नेतृत्व में अल कायदा ने कथित तौर पर पूरे अफगानिस्तान में कम से कम दस नए आतंकवादी ट्रेनिंग शिविर स्थापित किए हैं। अफगानिस्तान के गजनी, हेलमंद और नंगरहार जैसे प्रांतों में यह शिविर लगाए गए हैं।
एक अन्य रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि अफगानिस्तान एक “आतंकवादी केंद्र” बना गया है जहां पर 21 सक्रिय चरमपंथी समूह पनप रहे हैं। दावा यह भी है कि तालिबान के नेतृत्व वाले अफगानिस्तान में अभी हालात वैसे ही जैसे अमेरिका के 9/11 हमले के पहले स्थिति थी।
हमजा को अन्य आतंकियों को मिल रहा है साथ
विभिन्न स्रोतों पर आधारित एक खुफिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि इराक युद्ध के बाद कमजोर पड़ रहे अल कायदा को फिर से खड़ा करने में हमजा ने कितनी बड़ी भूमिका निभाई है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हमजा के नेतृत्व में अल कायदा फिर से संगठित हो रहा है और वह पश्चिमी देश जैसे अमेरिका और ब्रिटेन पर भविष्य के हमलों की तैयारी कर रहा है।
दावा यह भी है कि हमजा को अफगानी आतंकवादी समूह हक्कानी नेटवर्क का भी समर्थन मिल रहा है। दावे के अनुसार, नेटवर्क का नेतृत्व करने वाले सिराजुद्दीन हक्कानी ने हमजा के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंध बनाए हैं और उससे अपनी बेटी की शादी भी की है। इससे दोनों आतंकियों के बीच संबंध और भी गहरे हो गए हैं।