इस्लामाबादः पाकिस्तान ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ बुधवार तड़के लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर में 26 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि मिसाइल कार्रवाई में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं और 46 अन्य घायल हुए हैं। पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि हमले में भारत ने नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया।

भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान को 'रेड अलर्ट' पर रखा गया है। देश भर के सरकारी अस्पताल किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं। साथ ही सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र 24 से 36 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है।

भारतीय सेना के हमलों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बुधवार दोपहर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने देश में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और भारत के खिलाफ भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री आवास में एक आपातकालीन राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक भी बुलाई है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की इस कार्रवाई को आक्रामकता का घृणित कृत्य बताते हुए कहा कि हमारा जवाब पूरी मजबूती से दिया जाएगा, प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

गौरतलब है कि बुधवार को भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक और लक्षित हमले किए। इन हमलों के तहत पाकिस्तान में चार और पीओके में पांच ठिकानों को निशाना बनाया गया।

बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी और भारतीय सेना की बहादुरी की जमकर सराहना की। कैबिनेट मंत्रियों ने इस सफल अभियान के लिए पीएम मोदी को बधाई दी और उनके नेतृत्व में पूर्ण विश्वास जताया। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी रात भर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सैन्य कमांडरों के साथ संपर्क में रहे, ताकि अभियान योजना के अनुसार सुचारू रूप से पूरा हो।

पाकिस्तान ने लगाया नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने का आरोप

भारत के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह मापा-तौला और गैर-उकसावे वाला था। इसमें किसी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक प्रतिष्ठान या सैन्य ढांचे को निशाना नहीं बनाया गया।

हालांकि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने आरोप लगाया कि भारत ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया, वे सभी नागरिक क्षेत्र थे। जबकि भारत का कहना है कि उसने केवल उन स्थानों को लक्ष्य बनाया, जो आतंकवाद के लिए कुख्यात हैं।

पाकिस्तानी सेना प्रवक्ता ने बताया कि भारत ने कोटली, मुरीदके, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में हमले किए। इनमें मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय माना जाता है, जबकि बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है, जिसे मसूद अजहर संचालित करता है। चौधरी ने इस हमले को कायरतापूर्ण और घृणित उकसावे वाले बताया और चेतावनी दी कि हम समय और स्थान का चुनाव करके जवाब देंगे।

पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की दी धमकी

पाक विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि भारत ने ये हमले अपने वायु क्षेत्र के अंदर रहते हुए किए। हमले के कारण नागरिक हताहत हुए हैं और वाणिज्यिक हवाई यातायात को भी खतरा हुआ है। पाक विदेश मंत्रालय ने इसे बेहद गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक बढ़त करार देते हुए कहा कि इससे दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच बड़ा टकराव हो सकता है।

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि "पहलगाम हमले के बाद भारतीय नेतृत्व ने आतंकवाद का बहाना बनाकर एक बार फिर पीड़ित बनने का झूठा दिखावा किया है, जिससे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।"