नई दिल्ली: भारत की ओर से 7 मई को अंजाम दिए गए‘ऑपरेशन सिंदूर’ में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इसमें कुछ बड़े नाम भी शामिल हैं। इसकी पुष्टि इन आतंकियों के जनाजे की तस्वीरों से भी होती है। तस्वीरें बताती हैं कि भारत के सटीक हमलों में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों में पाकिस्तान के शीर्ष अधिकारी भी शामिल थे। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले पाकिस्तानी अधिकारियों के नाम रविवार को जारी किए।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार बहावलपुर के मुरीदके में मारे गए आतंकवादियों का अंतिम संस्कार किया गया और इसमें पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। इस जनाजे में पाकिस्तान के पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक भी  शामिल हुए।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले अन्य पाकिस्तानी अधिकारियों में लेफ्टिनेंट जनरल फैयाज हुसैन, मेजर जनरल राव इमरान, प्रशासन से ब्रिगेडियर मोहम्मद फुरकान, पाकिस्तान पंजाब के विधायक उस्मान अनवर और मलिक सोहैब अहमद के नाम भी हैं।

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में था ऑपरेशन सिंदूर

कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए एक क्रूर आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की मौत का बदला लेने के लिए भारत ने 7 मई तड़के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इस हमले में सौ से ज्यादा आतंकी मारे गए।

सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार शाम भारतीय सेना की ओर से आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए कुछ बड़े नामों की पुष्टि की।

उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के तहत सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद नौ आतंकी ठिकानों की पहचान की गई। 7 मई की सुबह हुए ऑपरेशन में नौ आतंकी हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।'

मारे गए ये बड़े आतंकी

उन्होंने कहा कि हमलों में मारे गए कुछ महत्वपूर्ण टार्गेट में यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद शामिल थे। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा यूसुफ अजहर मौलाना मसूद अजहर का साला है। उसने जैश-ए-मोहम्मद के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देने का काम करता रहा था। वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में भी शामिल रहा है।

इसके अलावा रऊफ लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था और संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था। मारा गया मुदासिर भी कथित तौर पर पुलवामा हमले में शामिल था।

डीजीएमओ ने कुछ अन्य नामों का भी खुलासा किया। मारे गए अन्य आतंकियों में खालिद (अबू अकाशा) भी शामिल है। वह एक प्रशिक्षित लश्कर आतंकवादी था जो जम्मू-कश्मीर में काम करता था। वह हाल ही में लश्कर मुख्यालय, मुरीदके में आय़ा था और इस संगठन के केंद्रीय समिति का हिस्सा था।