यरुशलम: इजराइल में भारी संख्या में महिलाएं बंदूक परमिट के लिए आवेदन कर रही हैं। करीब आठ महीने के भीतर 42 हजार महिलाओं ने आवेदन किया है और इन में से 18 हजार को परमिट मिल भी गया है।
पिछले साल सात अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर हमले के बाद इन आवेदनों में भारी इजाफा हुआ है। आवेदन करने वाली महिलाओं का कहना है कि हमास के हमले के बाद वे काफी असुरक्षित महसूस कर रही हैं और अपनी रक्षा के लिए बंदूकों की परमिटों के लिए आवेदन कर रही हैं।
आम दिनों के मुकाबले तीन गुनी हुई संख्या
सुरक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, आवेदनों की संख्या महिलाओं द्वारा युद्ध-पूर्व लिए गए लाइसेंस की संख्या से तीन गुना से भी अधिक है। बता दें कि हाल में दक्षिणपंथी मंत्री इतामार बेन ग्विर द्वारा बंदूक कानूनों को ढीला किया गया है जिस कारण भारी संख्या में यहां की महिलाएं बंदूकों के लिए आवेदन कर रही हैं।
इस कारण इजराइल में अभी 15 हजार महिलाओं के पास बंदूक है और 10 हजार ने इसके लिए ट्रेनिंग भी लिया है।
नारीवादी समूहों ने जताई है चिंता
इस तरीके से महिलाओं द्वारा बंदूक के परमिट के लिए आवेदन करने को नारीवादी समूहों ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि इससे देश में खूनखराबा और अपराध और भी बढ़ जाएंगा।
वहीं महिलाओं का कहना है कि वे बंदूक पाकर काफी सुरक्षित महसूस कर रही हैं। इजराइली महिलाओं के बंदूक आवेदनों पर बोलते हुए राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर लिमोर गोनेन ने कहा है कि आत्मरक्षा के लिए बंदूक का इस्तेमाल करना कोई गलत बात नहीं है।
इजराइलियों के लिए आसान है बंदूक परमिट पाना
वेस्ट बैंक में रहने वाली 24 वर्षीय याहेल रेजनिक ने कहा है कि बंदूक की परमिट और फिर ट्रेनिंग लेने के बाद वे काफी सेफ महसूस कर रही हैं। रेजनिक की तरह कई इजराइली महिलाओं ने भी परमिट मिलने पर खुशी जताई है और कहा है कि इससे उनकी आत्मरक्षा में मदद मिलेगी।
इजराइलियों के लिए बंदूक का परमिट पाना बहुत ही आसान है वहीं गैर इजराइलियों के लिए यह बहुत ही कठिन है।
2023 में इजराइल ने किया हथियारों का रिकॉर्ड निर्यात
पिछले हफ्ते इजराइली रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि 2023 में इजराइली हथियारों का निर्यात लगभग 12.9 बिलियन डॉलर के बराबर रहा है। इजराइल ने लगातार तीसरे साल हथियारों के निर्यात का रिकॉर्ड तोड़ा है।
पिछले पांच सालों में इजराइली हथियारों का निर्यात दोगुना हो गया है। मंत्रालय के अनुसार, 36 प्रतिशत राजस्व मिसाइल और वायु रक्षा प्रणालियों के निर्यात से आया।
एशिया-प्रशांत में सबसे ज्यादा हुए हैं निर्यात
लगभग 48 प्रतिशत हथियार निर्यात एशिया-प्रशांत क्षेत्र में, 35 प्रतिशत यूरोप में और नौ प्रतिशत उत्तरी अमेरिका में हुआ। लैटिन अमेरिका और अरब देशों को भी हथियार बेचे गए। जर्मनी ने इजराइल से बहुत लंबी दूरी की मिसाइल रक्षा प्रणाली एरो 3 खरीदी है, जिसकी डिलीवरी 2025 में होनी है।
इजराइल हमास युद्ध
बता दें कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिण इजरायल पर हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजरायल की सेना ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला शुरू किया था। क्षेत्र के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस युद्ध के चलते तब से गाजा में लगभग 38 हजार लोग मारे गए हैं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ