कुआलालंपुरः सिंकहोल में गिरी भारतीय महिला का 8वें दिन भी सुराग नहीं, जोखिमभरा क्यों हुआ सर्च ऑपरेशन चलाना?

48 साल की विजया लक्ष्मी गली की तलाशी में खोजी कुत्ते, रोबोटिक क्रॉलर वाले कैमरे, उच्च दबाव वाले जल जेट और यहां तक \u200b\u200bकि जमीन में घुसने वाले रडार सहित विभिन्न तरीकों का भी इस्तेमाल किया गया है लेकिन अभी तक सब बेकार ही साबित हुए है।

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no trace of Indian woman Vijaya Lakshmi Gali who fell into 26 feet deep sinkhole in KualaLumpur 8th day officials said continuing search operation risky

कुआलालंपुर में 26 फीट गहरे सिंकहोल में गिरी भारतीय महिला का 8वें दिन भी सुराग नहीं, अधिकारी बोले-सर्च ऑपरेशन जारी रखना जोखिम भरा (फोटो- IANS)

कुआलालंपुर: मलेशिया के कुआलालंपुर में एक भारतीय महिला के सिंकहोल में गिरे हुए आठ दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक उनका कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है।

लगातार आठवे दिन भी 48 साल की विजया लक्ष्मी गली को खोजने का काम जारी है लेकिन उनका अभी तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है। सर्च टीम को अभी तक केवल एक जोड़ी चप्पल ही मिला है जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यह उनका ही है।

बता दें कि गली का परिवार मलेशिया में टूरिस्ट वीजा पर आया था और वे भारत पिछले शनिवार को लौटने वाले थे। घटना को देखते हुए मलेशिया की सरकार ने उनके परिवार के वीजा को बढ़ा दिया है।

गली के लापता होने से मलेशिया के लोगों मे काफी चिंता और गुस्सा है। कुआलालंपुर के सिटी हॉल ने गली के परिवार के सम्मान में राष्ट्रीय दिवस समारोह को नहीं मनाने का फैसला लिया है।

कैसे हुआ है यह हादसा

रिपोर्ट के अनुसार, गली मलेशिया के जालान मस्जिद इंडिया में अपने परिवार के साथ एक मंदिर में गई थी। रास्ते में कथित तौर पर वे एक सिंकहोल में गिर गई थीं। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

दावा है कि वह 26 फुट गहरे सिंकहोल में गिर गई हैं। सिंकहोल में उन्हें गिरे आठ दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक उनका कुछ भी पता नहीं है।

गली की तलाश में 24 घंटे 110 बचावकर्मी लगे हुए हैं लेकिन अभी तक उनके बचे होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। बचावकर्मियों के शुरुआती 17 घंटे की सर्च के बाद उन्हें केवल एक जोड़ी चप्पल ही मिला है जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि वह गली का ही हो सकता है।

बचावकर्मी ने क्या कहा है

बचावकर्मियों की टीम में गोताखोरों ने कहा है कि जितने दिन आगे बढ़ रही है गली को खोजना एक "बहुत जोखिम भरा" काम होते जा रहा है। शुक्रवार की सुबह सिंकहोल में जाने वाले गोताखोरों ने कहा है कि उन्हें लगभग असंभव परिस्थितियों से जूझना पड़ा है।

सिंकहोल में नीचे जाने के बाद उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और उन्हें भारी और खतरनाक मलबे भी हटाने पड़े थे। इन सब के बावजूद उन्हें गली का कोई भी खबर नहीं मिला है।

गली की तलाशी में खोजी कुत्ते, रोबोटिक क्रॉलर वाले कैमरे, उच्च दबाव वाले जल जेट और यहां तक ​​कि जमीन में घुसने वाले रडार सहित विभिन्न तरीकों का भी इस्तेमाल किया गया है लेकिन अभी तक सब बेकार ही साबित हुए है। घटनास्थल पर एक दूसरे सिंकहोल के भी मौजूद होने से इस ऑपरेशन में काफी समस्या आ रही है।

हादसे की सही जांच के लिए होगी ऑडिट

यह घटना किस कारण हुआ है, इसकी जांच के लिए एक ऑडिट भी कराने की बात सामने आ रही है। घटना के कारण इलाके के कारोबार पर भी असर पड़ा है। दुकानदारों ने कहा है कि यह इलाका पर्यटकों के लिए काफी लोकप्रिय है लेकिन पिछले एक हफ्ते से यहां पर सन्नाटा छाया हुआ है। उन्होंने अपनी ब्रिकी में 50 से 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की है।

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