वॉशिंगटन: न्यूयॉर्क शहर ने अवैध अप्रवासियों को ठहराने के लिए पाकिस्तान सरकार के मालिकाना वाले रूजवेल्ट होटल को किराए पर लेने के लिए लगभग 18.26 अरब रुपए (220 मिलियन डॉलर) का भुगतान किया है। रिपब्लिकन नेता विवेक रामास्वामी ने इसे "पागलपन" वाली हरकत बताई। डोनाल्ड ट्रंप की नई सरकार में विवेक को डॉग का उप प्रमुख बनाया गया है।

विवेक के अनुसार, यह समझ से बाहर है कि अमेरिकी करदाताओं का पैसा न केवल अवैध अप्रवासियों पर खर्च हो रहा है, बल्कि इसे एक विदेशी सरकार को दिया जा रहा है। बता दें कि रूजवेल्ट होटल 19 मंजिला है और इसमें 1,200 से अधिक कमरे हैं। यह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट के नाम पर न्यूयॉर्क शहर के मैनहट्टन में बनाया गया था।

इस सौदे से पाकिस्तान को होगा फायदा

इसी साल जुलाई में पाकिस्तान के रेलवे और विमानन मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने कहा था कि इस लीज से पाकिस्तान सरकार को लगभग 18.26 अरब रुपए का राजस्व मिलेगा। रूजवेल्ट होटल का मालिक पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) है।

यह साल 2020 से बंद था और इसे नवीनीकरण की सख्त जरूरत थी। अब न्यूयॉर्क शहर ने इसको किराए पर लेकर फिर से चालू कर दिया है।

इस विवाद पर विवेक रामास्वामी ने क्या कहा

रामास्वामी ने इस फैसले पर अपनी नाराजगी जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि न्यूयॉर्क के करदाता न केवल अवैध अप्रवासियों को रखने का खर्च उठा रहे हैं, बल्कि पाकिस्तान जैसी विदेशी सरकार को इसका भुगतान कर रहे हैं।

यह सौदा पाकिस्तान के लिए एक राहत के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि यह उनके आर्थिक संकट को दूर करने में मदद कर सकता है।

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी कामों को और बेहतर तरीके से करने के उद्देश्य से बनाए गए सरकारी कार्यकुशलता विभाग (DOGE) के तहत रामास्वामी और टेस्ला के मालिक एलन मस्क को फिजूलखर्ची को खत्म करने के लिए जिम्मेदारी दी गई है।

क्या है पाकिस्तान का संकट

जॉन लेफेवरे नामक लेखक ने बताया कि यह सौदा पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के बेलआउट पैकेज के तहत अपने कर्ज से बचाने का हिस्सा था। पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक संकट झेल रहा है और इस सौदे से उसे अपने वित्तीय घाटे को पाटने में मदद मिली है।

अवैध अप्रवासियों को ठहराने के लिए बड़े स्तर पर खर्च किए जा रहे पैसे को लेकर काफी विवाद हो रहा। सोशल मीडिया पर कई यूजरों ने होटल के फोटो को शेयर करते हुए इस संबंध में चर्चा कर रहे।