नाबालिग से यौन उत्पीड़न केस में नेपाली आध्यात्मिक गुरु "बुद्ध बॉय" दोषी करार, गिरफ्तारी से बचने के लिए 2020 से छिप रहा था

पिछले 14 सालों में 33 साल के आध्यात्मिक गुरू बोमजोन के खिलाफ दर्जनों शारीरिक और यौन उत्पीड़न के दावे किए गए हैं।

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Nepalese spiritual guru Buddha Boy Ram Bahadur Bamjan convicted sexually assaulting minor hiding for many years to avoid arrest

प्रतिकात्मक फोटो (फोटो- IANS)

काठमांडू: दक्षिणी नेपाल की एक अदालत ने "बुद्ध बॉय" नाम से मशहूर एक आध्यात्मिक गुरू को एक नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के लिए उसे दोषी ठहराया है। नेपाल के केंद्रीय जांच ब्यूरो ने "बुद्ध बॉय" नाम से लोकप्रिय राम बहादुर बोमजोन को इसी साल जनवरी में गिरफ्तार किया गया था।

राम बहादुर बोमजोन के कम से कम चार फॉलोवरों भी लापता हुई हैं जिनके गायब होने के पीछे उनके कथित हाथ होने का शक है। साल 2019 में पुलिस ने बोमजोन के उसके चार फॉलोवरों के गायब होने को लेकर पीड़ित परिवार वालों से मुलाकात की थी और इसके बाद जांच शुरू की थी।

"बुद्ध बॉय" को हो सकती है 12 साल की सजा

नेपाल के सरलाही जिला न्यायालय ने सोमवार को बोमजोन को एक नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न करने का दोषी पाया है। हालांकि बोमजोन को अभी सजा नहीं सुनाई गई है और इस पर अभी केवल दोष ही तय किए गए है। कोर्ट उसे एक जुलाई को सजा सुनाएगी। इसके लिए बोमजोन को कम से कम 12 साल की सजा हो सकती है।

हालांकि बोमजोन को जो भी सजा सुनाई जाएगी वह अपनी खिलाफ सुनाए गए फैसले को लेकर अपील कर सकता है। बोमजोन के अनुयायियों के लापता होने के मामले में अभी जांच जारी है।

गिरफ्तारी के समय उसके पास से मिले हैं देशी और विदेशी कैश

नेपाल की राजधानी काठमांडू के एक घर से राम बहादुर बोमजोन को गिरफ्तार किया गया है। उसे गिरफ्तार करने जब घटनास्थल पर पुलिस पहुंची तो वह एक खिड़की से कूद कर भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस को उसके पास से 227 हजार डॉलर के नेपाली नोट और 23 हजार डॉलर की विदेशी कैश मिले हैं।

दर्जनों शारीरिक और यौन उत्पीड़न के दावें किए गए

साल 2010 से ही 33 साल के आध्यात्मिक गुरू बोमजोन के खिलाफ दर्जनों शारीरिक और यौन उत्पीड़न के दावे किए गए हैं। उस पर अपने फॉलोवरों के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगा है। इन आरोपों पर बोलते हुए उसने कहा था कि वे उनके ध्यान में बाधा डाल रहे थे इसलिए उसने उन्हें पीटा था।

गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से छिपा था बोमजोन

इस मामले में कोर्ट ने बोमजोन के दो सहयोगी जीत बहादुर तमांग और ज्ञान बहादुर बोमजन को बरी कर दिया है। इन पर भी नाबारिग के साथ यौन उत्पीड़न में शामिल होने का आरोप था। पुलिस के अनुरोध पर फरवरी 2020 में सरलाही जिला न्यायालय ने बोमजोन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

इसके बाद जुलाई 2020 में सरलाही जिला न्यायालय में बोमजोन के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज किया गया था। साल 2020 में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से बोमजोन छिप रहा था और इस साल की शुरुआत में उसकी गिरफ्तारी हुई है।

कौन हैं बोमजोन

कई नेपालियों का यह मानना है कि बोमजोन बुद्ध के अवतार हैं। लेकिन कई बौद्ध विद्वानों ने नेपालियों के इन दावों से इंकार करते हैं। साल 2005 में बोमजोन तब काफी लोकप्रिय हुए थे जब उन्होंने दावा किया था प्रसिद्धि मिली और वे बिना खाना और पानी के महीनों तक ध्यान कर सकते हैं।

जब वे 16 साल के थे तब वे पूर्वी नेपाल के जंगहों में घूमने के लिए गायब हो गए थे। इस दौरान उनके मानने वाले और बौद्ध भिक्षुओं ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए 24 घंटे की निगरानी भी रखी थी।

बोमजोन दक्षिणी नेपाल के लोगों के बीच काफी फेमस हैं और उनके मानने वालों की संख्या हजारों में है। दक्षिणी नेपाल में अभी भी उनके नाम पर शिविर लगे हुए हैं जहां पर हजारों की संख्या में उनके फॉलोवर वहां आते हैं और रहते भी हैं।

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