केप टाउन: साउथ अफ्रीका में 29 मई को आम चुनाव हुए थे। इस चुनाव में नेल्सन मंडेला की पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) को बहुमत हासिल नहीं हुआ है। पिछले 30 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब एएनसी बहुमत हासिल करने में चूक गई है।
बुधवार को हुए चुनाव की 99 फीसदी मतगणना हो चुकी है जिसमें एएनसी को 40 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं। इतने वोट मिलने के बाद भी एएनसी सरकार बना नहीं सकती है क्योंकि बहुमत के लिए 50 फीसदी वोट की जरूरत होती है।
किस पार्टी को मिले हैं कितने वोट
वहीं अगर बात करें मुख्य विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक अलायंस की तो इसे 21 फीसदी वोट मिले हैं। इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की पार्टी की 15 फीसदी वोट मिले हैं। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा पहले एएनसी में ही थे लेकिन साल 2018 में पार्टी ने बाहर निकाल दिया था।
कब जारी होंगे नतीजे
इस चुनाव में उनकी पार्टी तीसरे स्थान पर रही है। इसके अलावा लेफ्ट विचारधारा वाली पार्टी ईएफएफ को भी काफी कम वोट मिले हैं। उन्हें नौ फीसदी वोट मिले हैं। । हालांकि खबर लिखने तक नतीजों का ऐलान नहीं किया गया है। साउथ अफ्रीका के चुनाव आयोग ने कहा है कि नतीजे रविवार को जारी किए जाएंगे।
कैसे बनेगी सरकार
साल 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा पर सेक्स स्कैंडल और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे जिसके बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद एएनसी ने भी उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया था।
पार्टी से बाहर निकलने के बाद जैकब जुमा ने ‘एमके’ पार्टी बनाई थी और चुनाव लड़ा था। कुछ रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि एएनसी की वोटों में कमी के पीछे पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा जिम्मेदार है। उनकी पार्टी ने एएनसी की वोटों में सेंधमारी की है।
बहुमत नहीं मिलने पर क्या होगा
ऐसे में जब नेल्सन मंडेला की पार्टी को बहुमत नहीं मिला है तब उन्हें सहयोगी दल का समर्थन हालिस करना होगा। इस हालत में एएनसी जैकब जुमा या फिर वाम पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है और सरकार बना सकती है।