नई दिल्ली: म्यांमार में शुक्रवार को आए विनाशकारी भूकंप में कम से कम 1000 लोगों की मौत हुई है। ये आंकड़ा और बढ़ सकता है। 2376 लोगों के घायल होने की सूचना है। म्यांमार के सरकारी चैनल MRTV के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। इस बीच भारत ने मदद की पहली खेप म्यांमार के लिए भेजी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसकी जानकारी दी है।
म्यांमार और पड़ोसी थाईलैंड में 7.7 की तीव्रता वाला भूकंप कल दोपहर आया था। इसके बाद कुछ और बड़े झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग शहर के पास था।
बीती रात भी म्यांमार में भूकंप का झटका महसूस किया गया था। दरअसल, शुक्रवार रात 11:56 बजे (स्थानीय समयानुसार) म्यांमार में 4.7 तीव्रता का एक और भूकंप आया। इसके अलावा अफगानिस्तान में शनिवार तड़के 4.2 तीव्रता का भूकंप आया।
मृतकों में म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ के एक अस्पताल में हुए हादसे शामिल लोग भी शामिल हैं, जो बड़े 'बड़े पैमाने पर हताहतों' के क्षेत्र के तौर पर देखा जा रहा है। इसके अलावा मांडले में एक मस्जिद ढह गई, जब कई लोग अंदर नमाज पढ़ रहे थे। इसी शहर में भूकंप के दौरान एक विश्वविद्यालय की इमारत में भी आग लग गई थी।
भारत ने मदद में क्या कुछ भेजा है?
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी दी है कि म्यांमार के लोगों के लिए पहली खेप के रूप में तात्कालिक मानवीय सहायता भेजी गई है। एस जयशंकर ने बताया कि भारतीय वायु सेना का सी-130 तिरपाल, कंबल, स्लीपिंग बैग, स्वच्छता किट, सोलर लैंप, फूड पैकेट और किचन सेट आदि लेकर जा रहा है।
एस जयशंकर के अनुसार मदद की इन चीजों के अलावा विमान में एक सर्च और रेस्क्यू टीम भी मौजूद है। साथ ही मेडिकल टीम भी भेजी गई है। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने स्थिति पर नजर बनाया हुआ है और आगे भी और सहायता भेजी जाएगी।
🇮🇳 dispatches first tranche of urgent humanitarian aid for the people of Myanmar. @IAF_MCC C-130 is carrying blankets, tarpaulin, hygiene kits, sleeping bags, solar lamps, food packets and kitchen set. A search & rescue team and medical team is also accompanying this flight.… https://t.co/ONzOsHFSp2 pic.twitter.com/0p3OtTIlj5
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 29, 2025
इससे पहले कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था है कि भारत किसी भी तरह की सहायता देने के लिए तैयार है। भूकंप की खबरें आने के बाद उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया था, 'सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।" हमने अपने अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है।' यूरोपीय देशों के नेताओं ने भी सहायता की पेशकश की है।
म्यांमार में इमरजेंसी, दुनिया से मांगी मदद
म्यांमार के जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने शुक्रवार देर शाम बताया था कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। साथ ही उन्होंने 'आपातकाल' घोषित किया है दुनिया भर से और सहायता की अपील की है। कल आए भूकंप के झटके उत्तरी थाईलैंड तक महसूस किए गए। इस दौरान थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कुछ मेट्रो और रेल सेवाए निलंबित करनी पड़ी। थाईलैंड अभी तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
चीन के युन्नान प्रांत में भी तेज झटके महसूस किए गए थे। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र ने बताया था कि तीव्रता 7.9 थी। इसके अलावा बंगाल के कोलकाता और मणिपुर के कुछ हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किए गए, जहाँ 4.4 की तीव्रता थी। साथ ही बांग्लादेश के ढाका और चटगाँव में भी झटके आए थे। अभी तक चीन या अन्य जगहों से किसी की मौत की खबर नहीं है।