कुवैत सिटी: कुवैत में मजदूरों के रहने वाले एक इमारत में आग लगने से 40 से अधिक भारतीय श्रमिकों की मौत हो गई है। इस घटना में 50 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं।

खबरों के अनुसार, घायलों में भारतीय मजदूरों की संख्या काफी ज्यादा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुवैत के मंगफ शहर के छह मंजिला एक इमारत की रसोई में सुबह के करीब छह बजे आग लगी है। जिस इमारत में आग लगी है उसको कुवैत के सबसे बड़े निर्माण समूह एनबीटीसी ने बनाया है।

घटना पर बोलते हुए क्रिमिनल एविडेंस के महानिदेशक मेजर जनरल ईद अल ओवेइहान ने कहा है कि शुरुआती जांच में 35 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद छह और पीड़ितों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। हादसे के बाद कुवैत के आंतरिक मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबा ने इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।

इमारत में ज्यादातर भारतीय मजदूर थे 

इस इमारत को भारतीय मूल के व्यवसायी केजी अब्राहम के नेतृत्व में एनबीटीसी ने बनाया था। अब्राहम एनबीटीसी के प्रबंध निदेशक और भागीदार हैं। एनबीटीसी ने 195 से अधिक मजदूरों को रहने के लिए इस इमारत को किराए पर दिया था। घटना के बाद कंपनी के तरफ से अभी तक कोई भी बयान सामने नहीं आया है।

इमरात में रहने वाले लोगों में भारतीय मजदूरों की संख्या ज्यादा थी। वहां पर रहने वाले ज्यादातर मजदूर केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों से थे जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच थी। भारी संख्या में भारतीय कुवैत में काम करते हैं जिसमें मजदूरों की संख्या बहुत अधिक है। कुवैत जैसा खाड़ी देश हजारों श्रमिकों को आकर्षित करता है जिनमें से ज्यादातर दक्षिण भारत से होते हैं।

घटना पर पीएम मोदी और एस जयशंकर ने भी ट्वीट किया है

कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन (+965-65505246) भी शुरू किया है। यही नहीं कुवैत में भारतीय राजदूत आदर्श स्वाइका ने अल-अदान अस्पताल का दौरा भी किया है और हालात का जाएजा लिया है।

घटना को लेकर पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया है और दुख जताया है। उन्होंने लिखा है, "कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।"

प्रधानमंत्री ने आगे लिखा है, "कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।" विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी संवेदना व्यक्त की और पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया।