बेरूतः मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है। क्योंकि हवाई हमलों, हत्याओं और सैन्य तैनाती जैसी घटनाओं ने व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ा दी है। हिजबुल्लाह ने इजराइल पर शनिवार रॉकेटों की बौछार कर दी। अब पूरे क्षेत्र में युद्ध की संभावना बढ़ गई है।
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल के सहयोगी अमेरिका ने कहा कि वह इस क्षेत्र में युद्धपोत और लड़ाकू विमान भेजेगा, जबकि पश्चिमी सरकारों ने अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने की अपील की है।
इस हफ्ते की शुरुआत में इजराइल ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया और बेरूत में हिजबुल्लाह के सैन्य प्रमुख की हत्या की थी। इन दोनों घटनाओं के बाद, ईरान और उसके सहयोगियों ने बदला लेने की शपथ ली है। वे इजरायल के खिलाफ हमला करने की धमकी दे रहे हैं।
हमास शासित क्षेत्र की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि इजराइल ने शनिवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर हमले किए। हिजबुल्लाह के साथ गोलीबारी की, कब्जे वाले पश्चिमी तट पर एक घातक हमला किया और गाजा सिटी में एक स्कूल परिसर पर हमला किया गया। हमले में कम से कम 17 लोग मारे गए।
लेबनान, यमन, इराक और सीरिया के ईरान समर्थित समूह पहले ही गाजा में इजराइल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच लगभग 10 महीने से चल रहे युद्ध में शामिल हो चुके हैं।
हाल के हफ्तों में गाजा में विस्थापन आश्रयों में तब्दील किए गए कई स्कूलों पर हमला किया गया है। इजरायल ने कहा है कि इन सुविधाओं का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा किया गया था। हमास ने सैन्य गतिविधियों के लिए नागरिक बुनियादी ढांचे का उपयोग करने से इनकार किया है।
बता दें कि हमास प्रमुख को इस्माइल हानिया को शुक्रवार को कतर में दफनाया गया। हमास, ईरान और अन्य संगठनों ने इस हमले को अंजाम देने का आरोप इजरायल पर लगाया है, लेकिन इसके बावजूद इजराइल ने इस पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
मेरिकी सेंट्रल कमांड के जनरल माइकल कुरिल्ला शनिवार को मध्य पूर्व पहुंचे, जबकि इजराइल ने ईरानी हमले की संभावना के मद्देनजर सतर्कता बढ़ा दी थी। हालांकि यह यात्रा हाल की घटनाओं से पहले ही योजना बनाई गई थी, इसे अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय समर्थन जुटाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जो अप्रैल में इज़राइल का समर्थन करने वाले गठबंधन के समान है।
सोमवार को इजराइल पर हमला करेगा ईरान
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि इस्माइल हनिया की मौत एक शॉर्ट-रेंज प्रोजेक्टाइल के कारण हुई। ईरान ने हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया और कहा कि उसने यह सब अमेरिका की मदद से किया। अमेरिका ने इस हमले की योजना बनाई और इसे अंजाम दिया। अमेरिकी और इजराइली अधिकारियों ने संकेत दिया है कि सोमवार तक ईरान इज़राइल पर हमला कर सकता है।
‘एक्सियोस पोर्टल’ ने तीन स्रोतों का हवाला देते हुए कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों को उम्मीद है कि ईरानी प्रतिशोध अप्रैल के मध्य में इजराइल पर हमले के समान होगा, लेकिन संभावित रूप से इसका दायरा बड़ा होगा, क्योंकि इसमें लेबनानी आंदोलन हिजबुल्लाह भी शामिल हो सकता है।
फिलिस्तीनी आंदोलन हमास ने बुधवार को अपने राजनीतिक नेता, इस्माइल हानिया की तेहरान में उनके आवास पर एक इजरायली हमले के परिणामस्वरूप मौत की सूचना दी, जहां वह नए ईरानी राष्ट्रपति के उद्घाटन में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। आंदोलन ने हानिया की मौत के लिए इज़रायल और अमेरिका को दोषी ठहराया और कहा कि हमला अनुत्तरित नहीं रहेगा।
IANS इनपुट के साथ