वॉशिंगटन: मेटा (Meta) ने नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। साल 2021 में 6 जनवरी को यूएस कैपिटल पर हमला करने वाले समर्थकों की सराहना करने के बाद ट्रंप और दोषी पाए गए कुछ अन्य लोगों के खातों पर मेट ने प्रतिबंध लगा दिया था।
सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी मेटा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ट्रम्प के खाते 2023 में फिर से बहाल किए गए थे लेकिन ‘अतिरिक्त निगरानी’ के अधीन थे। इसे अब पूरी तरह से हटा दिया गया है। मेटा ने कहा कि राजनीतिक अभिव्यक्ति की अनुमति देना उसकी जिम्मेदारी है। कंपनी ने कहा कि अमेरिकियों को बिना भेदभाव के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को सुनने का मौका मिलना चाहिए।
मेटा की ओर से साथ ही कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर भी ‘सभी फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स की तरह ही समान सामुदायिक मानक लागू होंगे। इनमें नफरत फैलाने वाले भाषण और हिंसा को उकसाने से रोकने के लिए बनाई गई नीतियां भी शामिल हैं।’
ट्रंप के फेसबुक अकाउंट पर चुनावी कैंपेन और मीम्स
मेटा के प्लेटफॉर्म पर लौटने के बाद से ट्रम्प के खातों से चुनावी कैंपेन से जुड़े डिटेल पोस्ट किए जा रहे हैं। साथ ही कुछ मीम्स भी पोस्ट किए हैं जो राष्ट्रपति पद के उनके प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा प्रेसिडेंट जो बाइडन को लेकर हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक क्राउडटैंगल के 2021 से पहले के आंकड़ों बताते हैं कि बैन से पहले ट्रम्प के फेसबुक पोस्ट अमेरिका में सबसे लोकप्रिय थे। गौरतलब है कि ट्रम्प पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन्हें किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया। साथ ही उन्हें ट्विटर और यूट्यूब से भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।
पिछले साल ट्विटर और यूट्यूब की ओर से भी प्रतिबंध हटा लिए गए थे। हालांकि, इसके बावजूद ट्रंप अब अन्य प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने से पहले ट्रुथ सोशल (Truth Social) पर पोस्ट करते हैं। यह उनका खुद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।
ट्रंप पिछले साल ट्विटर (अब एक्स) पर लौटे। यह सबकुछ एलन मस्क के ट्विटर पर अधिग्रहण के कुछ महीनों बाद हुआ। एलन मस्क ने तब एक्स पर सर्वे डाला जिसमें यूजर्स से ‘हां’ या ‘नहीं’ पर क्लिक करने के लिए कहा गया था। इसमें सवाल पूछा गया था कि क्या ट्रम्प के खाते को बहाल किया जाना चाहिए। मस्क के अनुसार इसमें ‘हां’ के पक्ष में 51.8% वोट आए थे।
गौरतलब है कि बड़ी दिग्गज कंपनियों ने कैपिटल हिल पर हमले की घटना के बाद ट्रंप के अकाउंट पर कार्रवाई की थी। उस घटना में जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। 100 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हुए थे। ट्रंप पर हिंसा भड़काने और बार-बार गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया गया था।