किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों को घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है (फोटो- एक्स)
दिल्ली: भारत ने किर्गिस्तान में पढ़ाई के लिए गए भारतीय छात्रों को अभी अपने घरों में रहने की सलाह दी है। किर्गिस्तान में विदेशी छात्रों पर हमलों के बीच यह एडवायजारी जारी की गई है। दरअसल, किर्गिस्तान में एक हॉस्टल में हुई हिंसा के बाद कुछ पाकिस्तानी छात्रों के घायल होने की सूचना आई है। इस हिंसा के बाद विदेशी छात्रों पर और हमले की आशंका बढ़ गई है।
किर्गिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अपने एक्स हैंडल पेज के जरिए कहा, 'हम अपने छात्रों के संपर्क में हैं। स्थिति फिलहाल शांत है लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे फिलहाल घर के अंदर ही रहें और किसी भी समस्या के मामले में दूतावास से संपर्क करें। हमारा 24×7 संपर्क नंबर 0555710041 है।' इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह दी है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने क्या कहा है?
पूरे मामले पर विदेश मंत्री एस जयशंकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, 'बिश्केक में भारतीय छात्रों की स्थिति पर हम निगरानी रखे हुए हैं। हमें बताया जा रहा है कि स्थिति अब शांत है। छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह है।'
किर्गिस्तान में करीब 17 हजार से अधिक भारतीय छात्रों की संख्या का अनुमान है। फिलहाल यह जानकारी नहीं है कि नहीं है कि इनमें से कितने बिश्केक में हैं। आमतौर पर भारतीय छात्र किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाते हैं। साल 1991 में किर्गिस्तान के एक स्वतंत्र देश बनने के बाद 1992 से भारत के साथ उसके कूटनीतिक रिश्ते हैं। आंकड़ों के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान भारत ने वंदे भारत मिशन के तहत किर्गिस्तान से 14 हजार भारतीय छात्रों को बाहर निकाला था।
किर्गिस्तान में क्यों हुआ बवाल?
हिंदुस्तान टाइम्स ने स्थानीय मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि किर्गिस्तान में कुछ किर्गी और विदेशी छात्रों के बीच 13 मई को झड़प हुई। इसके बाद से विवाद शुरू हुआ। कई प्रदर्शनकारी ट्रैफिक रोकने लगे और इमारतों पर हमला शुरू कर दिया। वहीं, किर्गिस्तान में स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा है कि शुक्रवार शाम से बिश्केक में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के खिलाफ हिंसा हो रही है।
इस पोस्ट के अनुसार स्थानीय मीडिया ने बताया कि मिस्र के कुछ मेडिकल छात्रों और कुछ किर्गी छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था। इस झगड़े का वीडियो वायरल होने के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा शुरू हुई। किर्गिस्तान में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के अनुसार, अभी तक बिश्केक में मेडिकल विश्वविद्यालयों के कुछ छात्रावासों और पाकिस्तानियों सहित अंतरराष्ट्रीय छात्रों के निजी आवासों पर हमला किया गया है। इन छात्रावासों में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के छात्र रहते हैं।'
इसमें आगे कहा गया, 'पाकिस्तान के कई छात्रों को हल्की चोट लगने की खबरें आई हैं। पाकिस्तानी छात्रों की कथित मौत और बलात्कार के बारे में सोशल मीडिया पर बातें फैल रही हैं। हालांकि अब तक हमें इस संबंध में कोई पुष्ट रिपोर्ट नहीं मिली है।'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी हमलों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के राजदूत को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
वहीं, द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, किर्गिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पुलिस शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है।