इजराइल के साथ जंग के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने अपने संभावित उत्तराधिकारी के रूप में तीन मौलवियों को नामित किया हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल द्वारा सैन्य नेतृत्व को निशाना बनाए जाने के मद्देनजर खामेनेई ने संभावित हत्या की आशंका के चलते यह फैसला लिया है।
खामेनेई ने इसके साथ ही सैन्य कमांड की जगह लेने के लिए उत्तराधिकारी भी तय किए हैं। खामेनेई द्वारा नामित तीन वरिष्ठ धर्मगुरु उनकी मृत्यु की स्थिति में उनका स्थान लेंगे। हालांकि वो तीन धर्मगुरु कौन हैं, इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि खामेनेई ने अपने पुत्र मोज्तबा खामेनेई, जो स्वयं एक मौलवी हैं और लंबे समय से संभावित उत्तराधिकारी माने जाते रहे हैं, को उत्तराधिकार सूची में शामिल नहीं किया। यह स्पष्ट संकेत है कि खामेनेई वंशवादी सत्ता हस्तांतरण से बचते हुए इस्लामी गणराज्य की धार्मिक और संस्थागत वैधता बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।
भूमिगत बंकर में गए खामेनेई, इलेक्ट्रॉनिक संचार बंद
ईरानी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खामेनेई ने खुद को एक अत्यधिक सुरक्षित भूमिगत बंकर में शिफ्ट कर लिया है। उन्होंने सभी इलेक्ट्रॉनिक संचार बंद कर दिए हैं और केवल एक भरोसेमंद सहयोगी के माध्यम से सैन्य कमांडरों को संदेश भिजवा रहे हैं।
यह कदम हाल के इजराइली हमलों में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कई उच्चाधिकारियों की मौत के बाद उठाया गया है, जिससे उनकी हत्या की आशंका प्रबल हो गई है।
गौरतलब है कि इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शनिवार को दावा किया कि उसके सटीक हमलों में वरिष्ठ ईरानी सैन्य अधिकारी सईद इजादी और कुद्स फोर्स के वेपन ट्रांसफर यूनिट कमांडर बेहनाम शाहरियारी की पश्चिमी ईरान में मौत हो गई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में, आईडीएफ ने बताया, "ईरानी शासन के इजराइल को नष्ट करने की योजना के संस्थापक सईद इजादी को आईडीएफ के सटीक हमले में मार गिराया गया। इजादी, कुद्स फोर्स के (फिलिस्तीन कोर) कमांडर भी थे, जो ईरानी शासन और हमास के बीच एक मुख्य समन्वयक और 7 अक्टूबर के नरसंहार के मुख्य संचालकों में से एक थे।"
खामेनेई ने न केवल उत्तराधिकारी तय किए हैं बल्कि IRGC के भीतर कई शीर्ष पदों पर फेरबदल भी किया है। रिपोर्ट में इस ओर इशारा किया गया है कि खामेनेई सत्ता के भविष्य के लिए स्थायित्व सुनिश्चित करना चाहते हैं, चाहे उनका शासन अचानक समाप्त हो जाए या हालात बिगड़ जाएं।
अमेरिका और इजराइल की खुली चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने इस सप्ताह कहा था कि हमें ठीक-ठीक पता है कि तथाकथित 'सुप्रीम लीडर' कहां छिपे हैं। वह आसान निशाना हैं, लेकिन अभी हम उन्हें नहीं मारने जा रहे- कम से कम फिलहाल तो नहीं।" ट्रंप ने खामेनेई के लिए बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग भी की है। ट्रंप ने यह भी कहा था कि अमेरिका ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देगा।
उधर, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एबीसी न्यूज से बातचीत में संकेत दिया कि खामेनेई को निशाना बनाने का विकल्प पूरी तरह बंद नहीं किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या इजराइल सुप्रीम लीडर को टारगेट करेगा, तो उन्होंने कहा, "हम वही करेंगे जो जरूरी होगा।"
खामेनेई ने अब तक इन सीधी धमकियों का सार्वजनिक रूप से कोई जवाब नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने संकेत दिया है कि "ईरान किसी के भी हमले के आगे झुकेगा नहीं।"