ओटावा: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कनाडा के लिबरल पार्टी के सांसद चंद्र आर्य और उनके समर्थकों को धमकाया है और उन्हें भारत वापस चले जाने को कहा है।

वीडियो में पन्नू ने दावा किया है कि आर्य और उनके समर्थक कनाडाई मूल्यों और चार्टर ऑफ राइट्स के खिलाफ काम कर रहे हैं। यही नहीं पन्नू ने उन पर कनाडा में रहकर भारतीय हितों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया है। बता दें कि आर्य कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी के सदस्य हैं।

पन्नू ने दावा किया है कि खालिस्तान समर्थक सिखों ने दशकों से कनाडा के प्रति वफादारी निभाई है। पन्नू का आरोप लगाया है कि आर्य जैसे सांसद खालिस्तान समर्थक सिखों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं।

पन्नू ने मांग की है आर्य अपनी कनाडाई नागरिकता छोड़ दें और वे भारत वापस लौट जाएं। कनाडाई सांसद आर्य ने पन्नू के वीडियो का जवाब भी दिया है। बता दें कि कनाडा के एडमॉन्टन में एक मंदिर में तोड़फोड़ की घटना के बाद पन्नू का यह वीडियो सामने आया है।

जवाब में आर्य ने क्या कहा है

खालिस्तानी आतंकी पन्नू द्वारा चंद्र आर्य को कनाडा छोड़कर भारत वापस लौटने वाले धमकी पर उन्होंने जवाब भी दिया है। आर्य ने कहा है कि कनाडा उनका घर है और उन्होंने इसके बहुसांस्कृतिक ताने बाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

पन्नू पर हमला बोलते हुए आर्य ने आगे कहा है कि कनाडाई चार्टर ऑफ राइट्स में दी गई स्वतंत्रता का गलत फायदा उठाते हुए खालिस्तानी कनाडा के जमीन पर जहर बो रहे हैं और इसे गंदा कर रहे हैं। आर्य ने कनाडा के सामाजिक आर्थिक विकास और इसके बहुसांस्कृतिक ताने बाने को लेकर हिंदू समुदाय के सकारात्मक योगदान का भी जिक्र किया है।

कनाडा ही हमारा देश और जमीन है-आर्य

आर्य ने पन्नू की धमकियों को संबोधित करते हुए एक्स पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा है, "एडमॉन्टन में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ और कनाडा में खालिस्तानियों के हिंसा फैलाने की मैंने निंदा की। मेरे निंदा किए जाने के जवाब में सिख्स फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर मुझसे और मेरे हिंदू कनाडाई दोस्तों को धमकी देते हुए कहा है कि भारत वापस जाओ।"

आर्य ने आगे लिखा है,"हम हिंदू दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से कनाडा आए हैं। दक्षिण एशिया के देशों के अलावा अफ्रीका और कैरेबियन देशों और दुनिया के कई दूसरे हिस्सों से हम यहां आए हैं। कनाडा ही हमारा देश और हमारी अपनी जमीन है। हमने कनाडा के सामाजिक और आर्थिक विकास में बहुत सकारात्मकयोगदान दिया है। अभी भी कर रहे हैं और आगे भी जारी रखेंगे।"

हाल में मंदिर में हुई थी तोड़फोड़

इसी हफ्ते कनाडा के एडमोंटन के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर पर तोड़फोड़ की एक घटना सामने आई थी। इस तोड़फोड़ के बाद पन्नू और चंद्र आर्य के बीच यह जुबानी जंग शुरू हुई है। यही पहली बार नहीं है जब कनाडा में किसी मंदिर को निशाना बनाया गया है।

पिछले कुछ सालों में कनाडा में स्थित कई मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है और उसके दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे गए हैं। कनाडा में इस तरह की घटनाएं बार-बार होती आ रही है।

पिछले साल कनाडा के विंडसर में एक और मंदिर में भारत विरोधी नारे लिखे गए थे जिसकी व्यापक निंदा भी हुई थी। घटना के बाद कनाडा और भारत दोनों देशों के अधिकारियों ने इसके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की थी। आर्य ने अपने एक्स पोस्ट में यह भी दावा किया है कि हाल के सालों में ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र, ब्रिटिश कोलंबिया और अन्य क्षेत्रों में मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है।