खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के प्रत्यर्पण पर कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने क्या कहा?

एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, डल्ला ने पंजाब में आतंक फैलाने के लिए एक आतंकवादी गिरोह बनाया। वह और हरदीप निज्जर मिलकर पंजाब में टारगेट किलिंग और रंगदारी के जरिए फंड जुटाते थे।

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कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली। फोटोः इंस्टाग्राम/मेलानी जोली

ओटावाः कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा है कि उन्हें भारत द्वारा खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह (उर्फ अर्श डल्ला) के प्रत्यर्पण की मांग से जुड़ी कोई जानकारी नहीं है। अर्श डल्ला को 28 अक्टूबर को ओंटारियो में एक शूटिंग घटना के बाद गिरफ्तार किया गया था। मेलानी जोली ने यह बयान तब दिया जब एक पत्रकार ने उनसे भारत की प्रत्यर्पण सहायता मांग से संबंधित सवाल किया।

मेलानी जोली ने क्या कहा?

मेलानी जोली ने कहा, "मैं किसी भी चल रही जांच पर टिप्पणी नहीं करूंगी, लेकिन अगर इस मुद्दे पर कोई पूछताछ होगी, तो हम भारतीय राजनयिकों के साथ बातचीत जारी रखेंगे।"

मेलानी जोली ने यह भी कहा कि मुझे इस मामले में विशिष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन विदेश मंत्रालय स्तर पर बातचीत जारी रहेगी। उन्होंने कहा, कनाडा में हुई हिंसा और इस मामले में आगे का रास्ता खोजने के लिए मैंने भारत के विदेश मंत्री के साथ संपर्क बनाए रखा है।

भारत ने डल्ला के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज की

भारत ने हाल ही में अर्श डल्ला के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज करने के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि, "अर्श डल्ला 50 से अधिक हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और आतंकी गतिविधियों के मामलों में वांछित है। 2022 में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया और 2023 में उसे 'व्यक्तिगत आतंकी' घोषित किया गया। जुलाई 2023 में भारत सरकार ने कनाडा से उसकी अस्थायी गिरफ्तारी का अनुरोध किया था लेकिन इसे खारिज कर दिया गया था।

अर्श डल्ला कौन है?

27 वर्षीय अर्श डल्ला मूल रूप से पंजाब के मोगा जिले के डल्ला गांव का रहने वाला है। वह एक छोटे -मोटे गैंगस्टर के तौर पर शुरुआत कर 2018 में कनाडा भाग गया। वहां उसने खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर से संपर्क कर आतंकी गतिविधियों में भाग लेना शुरू किया। उसके तार सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) और बब्बर खालसा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े हैं। अर्श डल्ला, मारे गए KTF प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर का करीबी था और उसकी मौत के बाद उसने संगठन की कमान संभाली।

एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, डल्ला ने पंजाब में आतंक फैलाने के लिए एक आतंकवादी गिरोह बनाया। वह और हरदीप निज्जर मिलकर पंजाब में टारगेट किलिंग और रंगदारी के जरिए फंड जुटाते थे।एनआईए के मुताबिक, डल्ला और उसके नेटवर्क ने एन्क्रिप्टेड ऐप्स जैसे व्हाट्सएप, वायर, और जांगी के माध्यम से बातचीत की। डल्ला पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर आतंकी गतिविधियों के लिए भर्ती और प्रचार का आरोप है।

अर्श डल्ला ने साल 2020 में पंजाब में गैंगस्टर सुखा लामे की हत्या की साजिश रची। 2022 में उसके खिलाफ एनआईए ने एक चार्जशीट दाखिल की, जिसमें उसके गिरोह द्वारा भारत और विदेश में आतंकी नेटवर्क संचालित करने का उल्लेख है। 2023 में, भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित किया।

भारत-कनाडा संबंधों पर असर

भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को वापस बुलाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की है। ऐसे में अर्श डल्ला का मामला भारत-कनाडा के संबंधों को और तनावपूर्ण बना सकता है।

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