वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की पहली टीवी डिबेट रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से हुई। इस दौरान कई मौकों पर कमला हैरिस पूर्व राष्ट्रपति पर भारी पड़ती नजर आईं। वहीं, ट्रंप ने भी कुछ मौकों पर कमला हैरिस और जो बाइडन सरकार को घेरा।

हालांकि, ये जरूर रहा कि जो बाइडन से इतर कमला हैरिस के खिलाफ ट्रंप को काफी मशक्कत करनी पड़ी। डिबेट शुरू होने से पहले दोनों ने हाथ मिलाया। कमला हैरिस खुद ट्रंप के पास पहुंची। यह भी दिलचस्प रहा कि पहली बार दोनों नेता इस तरह आमने-सामने मिले और हैरिस ने हाथ मिलाते हुए ट्रंप के सामने अपना परिचय रखा। इस बहस का आयोजन अमेरिकी टीवी चैनल एबीसी न्यूज ने किया था।

इससे पहले 27 जून को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई थी। इसमें जो बाइडेन के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से पीछे हटना पड़ा था। इसके बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाया है। माना जा रहा है कि कमला के उम्मीदवार बनने के बाद से अमेरिकी लोगों का झुकाव उनकी तरफ बढ़ा है।

डोनाल्ड ट्रंप Vs कमला हैरिस, 10 बड़ी बातें

1. दोनों के बीच बहस के दौरान गर्भपात से लेकर दुनिया में चल रहे युद्धों, वैश्विक नीतियों, अमेरिकी अर्थव्यवस्था से लेकर आवास संकट, हेल्थकेयर, नस्लभेद जैसे कई मुद्दे आए।

2. डिबेट की शुरुआत अर्थव्यवस्था के विषय से शुरू हुई। इसमें कमला हैरिस ने अपनी मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि का जिक्र किया। उन्होंने राष्ट्रपति चुने जाने पर अमेरिकी परिवारों और छोटे व्यवसायों का समर्थन करने की अपनी योजनाओं के बारे में बात की। साथ ही उन्होंने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि वे 'अरबपतियों और बड़े कॉरपोरेशन' के कर में कटौती देंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप के पास 'आपके लिए कोई योजना नहीं है।'

इस पर ट्रंप ने कमला के आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने कहा, 'हम अमेरिकियों पर नहीं बल्कि दूसरे देशों पर टैरिफ रेट बढ़ाएंगे। हम विदेशी इम्पोर्ट पर टैरिफ लगाने पर फोकस करेंगे।' उन्होंने कहा कि आज अमेरिका में 'ऐतिहासिक महंगाई' है। उन्होंने दावा किया चीन पर टैरिफ लगाकर उनकी सरकार ने 35 मिलियन डॉलर जुटाए थे।

3. इसके बाद ट्रंप ने अमेरिका में अप्रवासियों की बढ़ती संख्या का मुद्दा उठाया। इस पर कमला हैरिस ने कहा कि ट्रंप एक बार फिर वही पुरानी झूठी बातें दोहराएंगे। इस बीच ट्रंप ने कमला हैरिस को लेकर कहा कि 'वे मार्क्सवादी हैं। उनके पिता मार्क्सवादी थे।' इस दौरान कमला हैरिस मुस्कुराती नजर आईं। कमला हैरिस ने इस दौरान कहा कि इंमीग्रेशन से जुड़ी समस्याओं के लिए ट्रंप जिम्मेदार हैं। रिपब्लिकन ने अप्रवासी से जुड़े बिल का विरोध किया था।

4. ट्रंप ने अप्रवासियों के मुद्दे पर ही बात करते हुए हैती से आए अप्रवासियों द्वारा ओहियो में कुत्तों को खाने की एक कथित घटना का जिक्र किया। सोशल मीडिया के जरिए फैली इस कहानी का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, 'स्प्रिंगफील्ड में वे कुत्तों को खा रहे हैं। जो लोग हमारे देश में आए वे बिल्लियों को खा रहे हैं। वे वहां रहने वाले लोगों के पालतू जानवरों को खा रहे हैं।' इस पर हैरिस ने पलटवार करते हुए कहा कि ट्रंप के मुताबिक प्रवासी पालतू जानवरों को खा रहे हैं। यह एक्सट्रीम लेवल है।

5. ट्रंप ने अपने खिलाफ आपराधिक आरोपों पर कहा कि ये राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स ने न्याय विभाग को उनके खिलाफ हथियार बनाया। अमेरिकी संसद पर हिंसा के मसले पर सवाल को लेकर ट्रंप ने कहा कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। ट्रंप ने इसके बाद 13 जुलाई को उनकी हत्या के प्रयास का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, 'उन्होंने (डेमोक्रेट्स) मेरे बारे में जो कहा है, उसके कारण शायद मैं सिर में गोली लगी। वे लोकतंत्र के बारे में बात करते हैं, मैं लोकतंत्र के लिए खतरा हूं। वे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।' वहीं, हैरिस ने पूर्व राष्ट्रपति पर निशाना साधते हुए कहा, 'अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में दुनिया भर की यात्रा की है। विश्व के कई नेता डोनाल्ड ट्रम्प पर हंस रहे हैं। वे कहते हैं कि आप अपमानजनक हैं।'

6. गाजा में इजराइल-हमास युद्ध पर हैरिस ने दो-देश समाधान की वकालत की। ट्रंप ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो स्थिति कभी भी यहां तक ​​नहीं पहुंचती। उन्होंने कहा कि हैरिस इजराइल के साथ-साथ क्षेत्र की अरब आबादी से भी नफरत करती हैं। उपराष्ट्रपति ने जवाब दिया कि ट्रम्प के दावे सच नहीं हैं। साथ ही हैरिस ने इजराइल के लिए अपने समर्थन पर जोर दिया।

7. यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर हैरिस ने कहा कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कीव में अभी बैठे होते। हैरिस ने कहा कि ट्रंप पुतिन के दबाव के सामने हार मान लेंगे। हैरिस ने कहा, 'पुतिन कीव में बैठे होते और उनकी नजर यूरोप के बाकी हिस्सों पर होती, जिसकी शुरुआत पोलैंड से होगी। आप अहसान की खातिर कितनी जल्दी हार मान लेंगे और जिसे आप दोस्ती समझते हैं, वह एक ऐसा तानाशाह है जो आपको दोपहर के भोजन के लिए खा जाएगा।' वहीं, ट्रंप से इस सवाल पर कि क्या वह चाहते हैं कि यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध जीते, पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि वह चाहते हैं कि युद्ध रुक जाए। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि इस युद्ध को ख़त्म करना अमेरिका के सर्वोत्तम हित में है।'

8. डिबेट के दौरान ट्रंप जब लगातार बाइडेन प्रशासन की विफलताओं को गिना रहे थे, तब कमला हैरिस ने इस पर जवाब दिया 'आप बाइडेन के खिलाफ चुनाव नहीं चल रहे हैं।'

9. ट्रंप से यह पूछे जाने पर कि उन्होंने हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल क्यों उठाया? इस ट्रंप ने जवाब दिया, 'मुझे परवाह नहीं है कि वह क्या हैं।' उन्होंने कहा कि उन्होंने पढ़ा है कि वह काली नहीं थीं। हैरिस ने इसे 'त्रासदी' बताते हुए कहा कि ट्रम्प अमेरिकियों को विभाजित करने के लिए नस्लीय पहचान का उपयोग करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि वह न तो बाइडेन हैं और न ही ट्रंप हैं और नेतृत्व की नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वहीं, ट्रंप ने जवाब दिया कि वर्तमान प्रशासन 'विभाजनकारी' है।

10. अमेरिका में 'गर्भपात' का अधिकार एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। इस पर भी दोनों उम्मीदवारों से सवाल पूछे गए। कमला हैरिस ने कहा कि सरकार या ट्रंप महिलाओं को नहीं बता सकते कि उन्हें अपने शरीर के साथ क्या करना चाहिए। कमला हैरिस ने चेतावनी दी कि अगर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति के रूप में लौटते हैं तो गर्भपात पर प्रतिबंध लगा देंगे। इस पर ट्रंप ने कहा- 'वह झूठ बोल रही है।' ट्रंप इस सवाल पर अचंभित दिखे जब उनसे पूछा गया कि क्या राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध पर वीटो करेंगे, अगर इसे कांग्रेस पास करती है। ट्रंप ने कहा कि ऐसा कानून पास नहीं होगा। हालांकि, उन्होंने मूल पर सवाल स्पष्ट जवाब नहीं दिया।