लंदन: विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ब्रिटेन की जेल से रिहा हो गए हैं। अमेरिकी न्याय विभाग के साथ एक समझौते के बाद उन्हें रिहा किया गया है। सोमवार रात जारी अदालती दस्तावेजों के अनुसार जूलियन असांजे अमेरिकी अदालत में अपनी रिहाई के बदले में सैन्य रहस्यों को उजागर करने का दोष स्वीकार करने के लिए सहमत हो गए हैं। इसी समझौते के बदले उनकी रिहाई सुनिश्चित हो सकी है।
इसी के साथ जूलियन असांजे के साथ कई सालों से चल रहे कानूनी प्रक्रियाओं का भी अंत हो जाएगा। असांजे पर गुप्त अमेरिकी राष्ट्रीय रक्षा जानकारी प्राप्त करने और उसका खुलासा करने की साजिश का आरोप था। अमेरिकी न्याय विभाग के साथ एक समझौते में दी गई शर्तों के अनुसार अब असांजे को अमेरिकी हिरासत में समय नहीं बिताना पड़ेगा।
अमेरिकी कोर्ट में दोष स्वीकर करेंगे असांजे
ब्रिटेन की हिरासत में लंबे समय से रह रहे अजांजे प्रशांत महासगर में अमेरिकी क्षेत्र नॉर्दर्न मारियाना द्वीप समूह की अदालत में दायर किए गए दस्तावेज के अनुसार राष्ट्रीय रक्षा जानकारी प्राप्त करने और प्रसारित करने की साजिश के मामले में दोषी ठहराए जाएंगे।
विकीलीक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया, ‘जूलियन असांजे रिहा हो गए हैं। 1901 दिन वहां बिताने के बाद वे 24 जून की सुबह बेलमर्श मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल (लंदन) से बाहर आ गए। लंदन के हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी, वे विमान में सवार होकर ब्रिटेन से रवाना हो गए हैं।’
असांजे को सुनाई जा सकती है 62 महीने की जेल
असांजे स्थानीय समय के अनुसार बुधवार सुबह अमेरिकी क्षेत्र के कोर्ट में उपस्थित होंगे। माना जा रहा है कि असांजे को 62 महीने की जेल की सजा सुनाई जाएगी। हालांकि, वे ब्रिटेन की जेल में पांच साल की सजा पहले ही बिता चुके हैं। इसका मतलब है कि वह अपने मूल देश ऑस्ट्रेलिया लौट सकते हैं।
अब 52 साल के हो चुके असांजे की अमेरिका को व्हिसल-ब्लोइंग वेबसाइट विकीलीक्स के प्रमुख के रूप में 2010 से सैकड़ों गुप्त अमेरिकी दस्तावेज प्रकाशित करने के लिए तलाश थी। जेल में बंद रहने के दौरान असांजे दुनिया भर में अभिव्यक्ति की आजादी के प्रचारकों के लिए नायक बन गए थे और उन लोगों के लिए खलनायक, जो सोचते थे कि उन्होंने सीक्रेट चीजें उजागर करके अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया स्रोतों को खतरे में डाला है।
विकीलीक्स ने क्या कहा है?
विकीलीक्स की तरफ से एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया, ‘एक छोटी सी कोठरी में पांच साल से अधिक समय बिताने के बाद, वे जल्द ही अपनी पत्नी स्टेला असांजे और अपने बच्चों से फिर से मिलेंगे।’
इसमें कहा गया, ‘अब वे ऑस्ट्रेलिया लौट रहे हैं। हम उन सभी का शुक्रिया अदा करते हैं जो हमारे साथ खड़े रहे, हमारे लिए लड़े और उनकी आजादी की लड़ाई में पूरी तरह प्रतिबद्ध रहे।’
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनकी पत्नी स्टेला असांजे ने कहा, ‘जूलियन के कारावास और उत्पीड़न के वर्षों के दौरान, एक अविश्वसनीय आंदोलन चला। दुनिया भर से सभी क्षेत्रों के लोगों ने न केवल जूलियन का समर्थन किया, बल्कि उनके विचारों का भी समर्थन किया: सत्य और न्याय का विचार।’
जूलिनय असांजे को हो सकती थी 175 साल की सजा!
जूलियन असांजे पर 2010 और 2011 में गोपनीय सैन्य रिकॉर्ड को प्रकाशित करने का आरोप है। असांजे को सरकारी डेटा चुराने और उसे प्रकाशित करने के मामले में कथित भूमिका के लिए 2019 में 18 मामलों का सामना करना पड़ा था। इन मामलों में कुल मिलाकर अधिकतम 175 साल की जेल की सजा उन्हें हो सकती थी।
असांजे की ओर से जारी किए गए गुप्त सामग्रियों में 2007 में इराक में अमेरिकी हेलीकॉप्टर गनशिप से नागरिकों को मारते हुए दिखाया गया वीडियो शामिल था। पीड़ितों में रॉयटर्स के दो पत्रकार भी शामिल थे। अमेरिका ने असांजे पर ‘1917 जासूसी अधिनियम’ के तहत आरोप लगाया था।
इराक और अफगानिस्तान में युद्धों के बारे में अमेरिकी सैन्य रहस्यों को उजागर करने के लिए भी अमेरिका असांजे पर मुकदमा चलाना चाहता था। बहरहाल, ताजा समझौते की घोषणा असांजे द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी देने वाले फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए ब्रिटेन की अदालत में पेश होने से दो हफ्ते पहले हुई है।
सात सात तक लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में छिपे रहे थे असांजे
असांजे को अप्रैल 2019 से लंदन की उच्च सुरक्षा वाली बेलमार्श जेल में हिरासत में रखा गया था। स्वीडन में प्रत्यर्पण से बचने के लिए इक्वाडोर के लंदन दूतावास में सात साल तक छुपे रहने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। स्वीडन में उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे, जो बाद में हटा दिए गए थे।
ब्रिटिश सरकार ने जून 2022 में उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी। बाद में दो ब्रिटिश न्यायाधीशों ने मई में कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्यर्पण के फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं।
दूसरी ओर राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी असांजे के खिलाफ लंबे समय से चल रहे मामले को खत्म करने का दबाव बढ़ रहा था। इसी साल फरवरी में ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस संबंध में आधिकारिक अनुरोध किया था और तब बाइडन ने कहा था कि वह इस पर विचार करेंगे। इसके बाद से असांजे के समर्थकों के बीच रिहाई की उम्मीद जग गई थी।