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मालदीव ने कहा है कि इस बैन को लागू करने के लिए आवश्यक कानूनों में संशोधन किया जाएगा और इसकी निगरानी के लिए एक विशेष कैबिनेट समिति का गठन किया जाएगा।
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने कैबिनेट की सिफारिश के बाद इजराइल के पासपोर्ट धारकों को देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है।
मालदीव के इस कदम के बाद इजराइल ने तुरंत एक्शन लिया है। इजराइली विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को मालदीव छोड़ने की सलाह दी है।
विशेष दूत नियुक्त करने की भी तैयारी कर रहा मालदीव
मालदीव ने कहा है कि वह एक विशेष दूत भी नियुक्त कर रहा है, जो फिलिस्तीनियों के अनुरोध और गाजा में पीड़ित फिलिस्तीनियों के लिए फंड जमा करने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेगा। मालदीव इसको संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के साथ मिलकर करेगा।
यही नहीं मालदीव ने कहा है कि वह "फिलिस्तीन के साथ मालदीव" नामक एक राष्ट्रीय मार्च का भी आयोजन करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा फिलिस्तीनी मुद्दे पर विचार और इसके समाधान के लिए अन्य इस्लामी देशों के साथ बैठक भी करने की योजना है।
दक्षिण अफ्रीका की कानूनी कार्रवाई के बाद मालदीव ने उठाया कदम
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दक्षिण अफ्रीका ने इजराइल के खिलाफ आवाजा उठाया है और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की है। इसके बाद कोर्ट ने एक अस्थायी आदेश जारी करते हुए गाजा में फिलिस्तीनियों पर हो रहे हमले को रोकने को कहा है।
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा है
मालदीव के इजराइल के पासपोर्ट धारकों के बैन वाले फैसले पर इजराइल के विदेश मंत्रालय ने इजराइलियों को एक सलाह भी दी है। मंत्रालय ने कहा है कि मालदीव में रह रहे इजराइली नागरिक जल्द से जल्द देश छोड़ दें।
यही नहीं मंत्रालय ने यह भी कहा है कि बैन लगने के बाद भी अगर इजराइली नागरिक मालदीव में रहते हैं और वे किसी मुसीबत में फंसते हैं तो उनकी मदद करना मुश्किल हो जाएगा।
इजराइल के मंत्रालय ने नागरिकों को मालदीव न जाने और किसी दूसरे देश के पासपोर्ट के साथ भी वहां यात्रा न करने की सलाह दी है। हर साल मालदीव में 10 लाख पर्यटक आते हैं और इनमें से लगभग 15 हजार इजराइल के लोग होते हैं।
पिछले साल से चल रहा है यह युद्ध
इजराइल और हमास के बीच पिछले साल से युद्ध चल रहा है। सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इजराइल पर हमला किया था, जिसमें लगभग 1200 लोग मारे गए थे।
इस हमले के बाद हमास ने लगभग 252 इजराइल के लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें से 121 गाजा में हैं। इन बंधकों को लेकर सेना का दावा है कि इनमें से 37 बंधक मारे भी गए हैं।
हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल की जवाबी बमबारी और जमीनी हमले में गाजा में कम से कम 36,379 लोग मारे गए हैं।
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यह ऐलान किया है कि इजराइल ने एक "व्यापक नया प्रस्ताव" प्रस्तावित किया है, जिसका उद्देश्य युद्धविराम हासिल करना और हमास द्वारा रखे गए सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना है।