इजराइल हमास जंग: अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समर्थन वाले युद्धविराम योजना के प्रस्ताव पर हमास ने दिया जवाब, क्या अब खत्म होगी लड़ाई?

Hamas responded to the ceasefire plan proposal supported by America and the United Nations Security Council (Photo- IANS)

हमास और इजराइल युद्धविराम समझौते के करीब: रिपोर्ट (फाइल फोटो- IANS)

दोहा: हमास ने उसने गाजा में युद्धविराम के लिए अमेरिका समर्थित योजना पर अपना जवाब दे दिया है। हमास के अनुसार वह इजराइल की ओर से स्थायी युद्धविराम चाहता है। जारी किए गए एक बयान में हमास और उसके फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) सहयोगियों ने एक समझौते पर पहुंचने के लिए 'सकारात्मक रूप से तत्परता' व्यक्त की है।

इस प्रस्तावित युद्धविराम योजना को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी सोमवार रात को समर्थन दिया था। इसके तहत छह सप्ताह के युद्धविराम की बात कही गई है और बाद में स्थायी रूप ले लेगा। वहीं, कतर और मिस्र जिन्होंने अमेरिका के साथ मिलकर इजराइल और हमास के बीच बातचीत में मध्यस्थता की है, उन्होंने भी पुष्टि की है कि फिलिस्तीनी समूह ने अपना जवाब दे दिया है। मंगलवार शाम को अपने बयान में हमास ने गाजा में लड़ाई को 'पूर्ण रूप से रोकने' की मांग की थी। फिलहाल रिपोर्ट्स के अनुसार हमास से मिले जवाब का मूल्यांकन किया जा रहा है।

कतर और मिस्र ने क्या कहा है?

कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे गाजा पट्टी में संघर्ष विराम के प्रस्ताव के बारे में हमास की प्रतिक्रिया मिल गई है। इसमें कहा गया है कि हमास और अन्य फिलिस्तीनी गुटों ने मंगलवार को युद्ध विराम समझौते और कैदियों की अदला-बदली के ताजा प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

बयान के अनुसार, दोनों देशों ने पुष्टि की कि वे प्रस्ताव पर अमेरिका के साथ बातचीत कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कुछ और नहीं बताया। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मध्यस्थ प्रस्ताव और उस पर प्रतिक्रिया की जांच करेंगे और अगले कदम के बारे में दोनों पक्षों से समन्वय करेंगे।"

मिस्र के विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को कहा कि उसे ताजा युद्ध विराम प्रस्ताव और कैदियों की अदला-बदली के सौदे पर हमास और फिलिस्तीनी गुटों से प्रतिक्रिया मिली है।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी को भेजे गए एक संयुक्त बयान में, इस्लामिक रेसिस्टेन्स मूवमेंट (हमास) और इस्लामिक जिहाद ने कहा कि दोनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी के साथ बैठक के दौरान मंगलवार को फिलिस्तीनी गुटों की प्रतिक्रिया दी। यही प्रतिक्रिया मिस्र को भी दी गई।

बयान में कहा गया कि इसमें फिलिस्तीनी लोगों के हितों को प्राथमिकता दी गई है और गाजा पट्टी में चल रहे युद्ध को पूरी तरह से रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। इसने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने इस युद्ध को समाप्त करने वाले समझौते पर सकारात्मक रूप से जुड़ने की अपनी तत्परता व्यक्त की।

तीन तरण में युद्धविराम समझौता लागू कराने का प्रस्ताव

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिकी प्रस्ताव को अपनाया। इसके तहत तीन चरण में युद्धविराम समझौता लागू किया जाएगा। प्रस्ताव को 14 मतों के साथ अपनाया गया और रूस ने मतदान में भाग नहीं लिया।

प्रस्ताव के अनुसार, पहले चरण में बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के साथ तत्काल और पूर्ण युद्धविराम शामिल है। दूसरे चरण में गाजा में मौजूद सभी बंधकों की रिहाई और गाजा से इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी होगी।

तीसरे चरण में, गाजा के लिए एक पुनर्निर्माण योजना शुरू होगी, और मारे गए बंधक के अवशेष इजरायल को लौटा दिए जाएंगे। प्रस्ताव में कहा गया है कि इजरायल ने समझौते को स्वीकार कर लिया है और अब हमास ने भी इस पर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।

(समाचार एजेंसी IANS इनपुट के साथ)

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