ईरान के नातांज स्थित परमाणु संयंत्र और सैन्य ठिकानों पर इजरइली वायुसेना ने शुक्रवार रात भीषण हमले किए। इसे 1980 के ईरान-इराक युद्ध के बाद देश पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इजराइली रक्षा बल (IDF) ने पुष्टि की कि उसके फाइटर जेट्स ने ईरान की सबसे अहम यूरेनियम संवर्धन साइट को निशाना बनाया। जराइली सेना ने दावा किया है कि हमले में ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ हौसेन सलामी समेत कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। 

इजराइली सेना के मुताबिक, यह हमला सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया। नातांज साइट के भूमिगत हिस्सों में स्थित संवर्धन हॉल, सेंट्रीफ्यूज मशीनें, इलेक्ट्रिकल रूम और अन्य बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा है। यह ठिकाना तेहरान से करीब 225 किमी दूर है। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, हमले में ईरान के कम से कम 20 वरिष्ठ सैन्य कमांडर मारे गए हैं, जिनमें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की एयरोस्पेस यूनिट के प्रमुख भी शामिल हैं।

78 लोगों की मौत, 329 घायल

ईरानी न्यूज एजेंसी नूरन्यूज के अनुसार, इन हमलों में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है और 329 घायल हुए हैं। ये हमले तेहरान के रिहायशी इलाकों में भी किए गए। वहीं, इजराइल ने साफ किया है कि वह ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए आगे भी ऐसे कदम उठाता रहेगा।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस कार्रवाई के बाद जर्मन चांसलर, फ्रांसीसी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वैश्विक नेताओं से संपर्क किया। मोदी ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर बल दिया और भारत की चिंताओं को साझा किया।

ईरान ने इजराइल पर 100 से ज्यादा ड्रोन से किए हमले

ईरान की ओर से तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल पर 100 से ज्यादा ड्रोन दागे गए। इजराइली सेना ने दावा किया है कि इनमें से कई ड्रोन सीरिया की सीमा के पास ही इंटरसेप्ट कर लिए गए। इजराइली हमलों पर प्रतिक्रिया देने के लिए तेहरान में शीर्ष स्तर पर बैठकें चल रही हैं, हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान आगे क्या कदम उठाएगा।

इस घटनाक्रम ने अमेरिका-ईरान के बीच प्रस्तावित परमाणु वार्ता पर भी पानी फेर दिया है। कुछ दिन पहले तक उम्मीद थी कि अमेरिका, ईरान के साथ एक नया परमाणु समझौता कर सकता है, जिससे खाड़ी क्षेत्र में तनाव कम होता, लेकिन अब स्थिति और अधिक जटिल हो गई है। 

समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ