इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया जब तेहरान स्थित ईरान के सरकारी टीवी चैनल IRIB के मुख्यालय पर इजराइली मिसाइल हमला हुआ। यह हमला तब हुआ जब चैनल की जानी-मानी एंकर सहर इमामी लाइव न्यूज बुलेटिन पढ़ रही थीं। लाइव प्रसारण के दौरान अचानक तेज धमाका हुआ, जिससे स्टूडियो हिल गया और सहर घबराते हुए कुर्सी से उठकर भागती दिखीं। कुछ ही क्षण बाद प्रसारण बाधित हो गया और स्क्रीन पर प्री-रिकॉर्डेड कार्यक्रम चलने लगे।
हमले के फुटेज में देखा गया कि इमारत से काले धुएं के गुबार उठ रहे हैं और परिसर के अंदर मलबा बिखरा हुआ है। स्टूडियो में मौजूद रिपोर्टर ने हमले को "मातृभूमि पर आक्रामकता की आवाज" बताते हुए बताया कि स्टूडियो धूल से भर गया है।
Footage showing strikes moments ago by the Israeli Air Force on the studios and offices of the Iranian state-run broadcaster IRIB in Tehran. pic.twitter.com/V5sBiyEM6p
— OSINTdefender (@sentdefender) June 16, 2025
इजराइल की चेतावनी और सैन्य कार्रवाई
हमले से एक घंटे पहले ही इजराइली सेना (IDF) ने तेहरान के जिला-3 के नागरिकों और संस्थानों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी थी। यह इलाका ईरानी राजधानी का उच्च-सुरक्षा और राजनयिक महत्व वाला क्षेत्र है, जहां IRIB के अलावा चार प्रमुख अस्पताल, पुलिस मुख्यालय, कतर, ओमान और कुवैत के दूतावास, संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और एजेंस फ्रांस-प्रेसे (AFP) का ब्योरो भी मौजूद है।
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा रि ईरानी प्रचार तंत्र अब खत्म होने वाला है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह हमला ईरान की सैन्य और दुष्प्रचार क्षमता को खत्म करने के उद्देश्य से किया गया है।
We just published an evacuation warning in Farsi for civilians in Tehran.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 16, 2025
Israeli civilians do not get evacuation warnings before running to shelters.
We aren’t the same. https://t.co/DglLpSF2lP
तेहरान में बढ़ते धमाके और यूएसएस निमिट्ज की तैनाती
तेहरान में IRIB पर हमले से पहले इजराइल ने पश्चिमी तेहरान में एक सैन्य अड्डे को भी निशाना बनाया था, जहां कई धमाकों की आवाजें सुनी गईं। इस बीच अमेरिका ने यूएसएस निमिट्ज विमानवाहक पोत को वियतनाम यात्रा निरस्त कर मध्य पूर्व की ओर रवाना कर दिया है। अमेरिकी रक्षा विभाग ने इसे "आपात परिचालन आवश्यकता" बताया है। माना जा रहा है कि यह कदम क्षेत्र में संभावित पूर्ण युद्ध के खतरे के मद्देनज़र उठाया गया है।
ईरान की तनाव घटाने की अपील
इजरायली हमले के जवाब में ईरान ने कुछ प्रमुख इजरायली शहरों पर मिसाइल हमले किए हैं, जिनमें कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है। यह संघर्ष अब चौथे दिन में प्रवेश कर चुका है, और गाजा युद्ध (7 अक्टूबर 2023 से जारी) की पृष्ठभूमि में और गंभीर हो गया है।
इस बीच ईरान अब तनाव कम करने और परमाणु वार्ता दोबारा शुरू करने की कोशिश में जुट गया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने अरब मध्यस्थों के जरिए अमेरिका और इजराइल को संदेश भेजा है कि वह बातचीत फिर शुरू करने को तैयार है, यदि अमेरिका सीधे युद्ध में शामिल न हो। ईरान ने यह भी संकेत दिया है कि अगर कूटनीतिक रास्ता नहीं खुलता तो वह परमाणु कार्यक्रम को तेज कर सकता है और संघर्ष को और व्यापक बना सकता है।
तुर्की की कूटनीतिक पहल
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने सोमवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से टेलीफोन पर बातचीत की और कहा कि तुर्की इस संघर्ष के समाधान और परमाणु वार्ता को पुनः शुरू करने में एक "सुविधादाता" (facilitator) की भूमिका निभाने को तैयार है।
एर्दोआन कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि तुर्की क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है। यह एर्दोआन और पेजेशकियान के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद दूसरी बार बातचीत है। बताया गया है कि एर्दोआन शनिवार से ही विभिन्न पक्षों से बातचीत में जुटे हैं ताकि तनाव को कम किया जा सके।
उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कनाडा में चल रहे G7 शिखर सम्मेलन के दौरान कहा कि समूह के नेता इजराइल-ईरान संघर्ष को कम करने पर सहमत हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सभी नेताओं में तनाव घटाने को लेकर एकराय है।"