ट्रंप की नसीहत पर खामेनेई ने कहा- नहीं करेंगे सरेंडर, दी अमेरिका को चेतावनी; तुर्की का भी आया बयान

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की यह टिप्पणी तब आई जब मंगलवार रात लगातार इजराइली हवाई हमलों के बीच हजारों लोग तेहरान छोड़ चुके हैं।

Trump, Benjamin Netanyahu Ayatollah Ali Khamenei

Photograph: (IANS)

तेहरान: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बिना शर्त सरेंडर की नसीहत को खारिज कर दिया है। खामेनेई ने बुधवार को कहा कि ईरान कभी भी धमकियों या थोपी गई शांति के आगे नहीं झुकेगा। दूसरी ओर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा है कि इजराइल की ओर से जारी बमबारी के सामने ईरान को अपनी रक्षा करने का 'वैध' अधिकार है।

ईरान सरेंडर नहीं करेगा: खामेनेआई

खामेनेई की ओर से दिए बयान में कहा गया, 'ईरानी आत्मसमर्पण नहीं करेगा।' खामेनेई ने अमेरिका को धमकी देते हुए आगे कहा कि किसी भी अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप से ऐसा नुकसान होगा जिसकी भरपाई नहीं हो सकेगी।'

खामेनेई का यह बयान टीवी पर एक एंकर ने पढ़ा। इसमें कहा गया, 'ईरान, ईरानी राष्ट्र और उसके इतिहास को जानने वाले लोग इस राष्ट्र से कभी भी धमकी भरी भाषा में बात नहीं करेंगे, क्योंकि ईरानी आत्मसमर्पण नहीं करेगा।'

खामेनेई की यह टिप्पणी तब आई जब मंगलवार रात लगातार इजराइली हवाई हमलों के बीच हजारों लोग तेहरान छोड़ चुके हैं। जिनेवा में ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत ने चेतावनी दी है कि अमेरिका की किसी भी भागीदारी से जवाबी कार्रवाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि 'इजराइल जो कर रहा है उसमें वाशिंगटन पहले से ही सहभागी है।'

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था कि उन्हें पता है कि खामेनेई कहां छिपे हैं। ट्रंप ने आगे कहा था, लेकिन वह (अमेरिका) उन्हें अभी नहीं मारना चाहता। ट्रंप ने आगे कहा था कि 'ईरान को बिना शर्त सरेंडर करना चाहिए।'

ईरान के पक्ष में खड़ा हुआ तुर्की

पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा है कि ईरान को अपने बचाव का पूरा अधिकार है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार एर्दोगन ने कहा, 'ईरान के लिए इजराइल की ठगी और स्टेट टेररिज्म के खिलाफ खुद का बचाव करना एक बहुत ही स्वाभाविक, वैध और कानूनी अधिकार है।'

इससे पहले कल एर्दोगन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को 'क्षेत्र की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा' बताया था। एर्दोगन ने कहा, 'ये हमले उस समय किए गए जब ईरानी परमाणु वार्ता चल रही थी।'

एर्दोगन ने कहा, 'इजराइल, जिसके पास परमाणु हथियार हैं और जो किसी भी अंतरराष्ट्रीय नियमों को नहीं मानता है...उसने वार्ता समाप्त होने का इंतजार भी नहीं किया, बल्कि नतीजे की प्रतिक्षा किए बगैर आतंकवादी कृत्य को अंजाम दिया।'

एर्दोगन ने आगे कहा, 'हम ईरान पर इजराइल के आतंकवादी हमलों पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। हमारे सभी संस्थान तुर्की पर इन हमलों के संभावित प्रभावों के बारे में हाई अलर्ट पर हैं। हम हर तरह के हालात के लिए तैयारी कर रहे हैं। किसी को भी हमारा इम्तिहान लेने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए।'

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article