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तेल अवीवः हमास ने तीन महिला बंधकों के नाम सार्वजनिक कर दिए हैं। इन तीनों को गाजा सीजफायर समझौते के तहत रविवार को रिहा किया जाएगा। हमास के इस ऐलान की वजह से कई घंटों की देरी के बाद आखिरकार युद्ध विराम शुरू होने का रास्ता साफ हो गया।
इससे पहले इजरायल ने कहा था कि पूर्व निर्धारित संघर्षविराम रविवार को तब तक प्रभावी नहीं होगा जब तक फिलिस्तीनी ग्रुप तीन बंधकों के नामों की लिस्ट नहीं सौंप देता।अलजजीरा के मुताबिक हमास के प्रवक्ता ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि गाजा में युद्ध विराम समझौते के पहले दिन हमास ने तीन इजरायली बंदियों के नाम जारी किए हैं, जिन्हें रिहा किया जाना है।
3 महिलाओं की होगी रिहाई
रिपोर्ट के मुताबिक, हमास की सशस्त्र शाखा क़स्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने कहा, "कैदी अदला-बदली समझौते के तहत हमने आज रोमी गोनेन (24), एमिली दमारी (28), और डोरोन श्टनबर खैर (31) को रिहा करने का फैसला किया है।"
इजरायली मीडिया के मुताबिक तीनों महिलाओं को 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के दौरान बंधक बना लिया गया था। गोनेन को नोवा फेस्टिवल से अगवा किया गया था जबकि डमारी जिनके पास ब्रिटिश-इजरायली नागिरकता है और स्टीनब्रेचर को किबुत्ज कफर अजा में उनके घरों से किडनैप किया गया था।
जारी रहे आईडीएफ के हमले
बता दें मध्यस्थ कतर की घोषणा के मुताबिक युद्धविराम रविवार सुबह 8.30 बजे शुरू होना था लेकिन ऐसा हो नहीं सका। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल को अभी भी हमास की तरफ से रविवार को रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिली है। इस वजह से संघर्ष विराम की शुरुआत में देरी होगी।
पीएम नेतन्याहू ने "आईडीएफ को निर्देश दिया कि युद्ध विराम, जो सुबह 8:30 बजे प्रभावी होने वाला था तब तक शुरू नहीं होगा जब तक कि इजरायल को रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, जिसे हमास ने उपलब्ध कराने का वादा किया है।"
इस बीच गाजा में आईडीएफ के हमले जारी रहे। हमास द्वारा संचालित नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि रविवार सुबह संघर्ष विराम लागू होने के बाद से गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में आठ फिलिस्तीनियों की मौत हो गई।
(यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)