येरूशलमः इजराइल ने गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं और आपूर्तियों के प्रवेश पर रोक लगाने की घोषणा की है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरफ से रविवार को इसकी घोषणा की गई है। हालांकि नेतन्याहू ने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है।
इजराइल ने हमास को चेतावनी भी दी है कि यदि युद्धविराम के प्रस्ताव पर हमास सहमत नहीं होता है तो उसे अतिरिक्त परिणाम भुगतने पड़ेंगे। दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम समझौते को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव अमेरिका द्वारा लाया गया है।
युद्धविराम का पहला चरण समाप्त
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सभी मानवीय सहायता वितरण पूरी तरह से रोक दिया गया है या नहीं। गौरतलब है कि इजराइल-हमास के बीच युद्धविराम का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया है। इस युद्धविराम समझौते में दोनों पक्षों से बंधकों की अदला-बदली की गई थी।
युद्धविराम के पहले चरण की समाप्ति के बाद दूसरे चरण की शुरुआत अभी नहीं हो पाई है। इससे पहले इजराइल ने अमेरिका के उस प्रस्ताव का समर्थन किया था जिसमें युद्धविराम के पहले चरण को 20 अप्रैल तक बढ़ाने को कहा गया था। अमेरिका द्वारा यह प्रस्ताव मध्य पूर्व के दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा लाया गया था।
इस योजना के तहत हमास को बचे हुए बंधकों में से आधे बंधकों की रिहाई करनी थी जबकि शेष बचे हुए बंधकों को स्थायी युद्धविराम समझौते के बाद रिहा कर दिया जाएगा।
हमास ने क्या कहा?
हमास ने इजराइल पर युद्धविराम समझौते को अवरुद्ध करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और गाजा को सहायता में कटौती करने के फैसले को जबरन वसूली का कार्य बताया।
हमास की तरफ से सहायता पर रोक लगाने को युद्धविराम समझौते पर हमला बताया गया है। इसके साथ ही हमास ने इसे जबरन वसूली भी कहा है। हमास ने आगे भी दावा किया कि इजराइल संघर्ष विराम के नए समझौते का समर्थन करके नाजुक युद्धविराम को कमजोर करने का काम कर रहा है।