तेल अवीवः इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को दावा किया कि इजराइल ने हमास के गाजा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को मार गिराया है। मोहम्मद, हमास नेता याह्या सिनवार का छोटा भाई था और अक्टूबर 2024 में याह्या की मौत के बाद उसने दक्षिणी गाजा में संगठन की बागडोर संभाली थी।
इजराइली वायुसेना की यह कार्रवाई दक्षिणी गाजा स्थित यूरोपीय अस्पताल के नीचे बने एक भूमिगत कमांड सेंटर को लक्ष्य कर की गई, जहां मोहम्मद सिनवार के छिपे होने की आशंका थी। इस हमले में हमास की राफा ब्रिगेड के कमांडर मोहम्मद शबाना के भी मारे जाने की खबर है।
कौन था मोहम्मद सिनवार?
मोहम्मद सिनवार, जिनका पूरा नाम मोहम्मद इब्राहीम हसन सिनवार था, गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में जन्मा था और हमास के सैन्य ढांचे में दशकों तक सक्रिय रहा। वह 1991 में हमास के सैन्य विंग में शामिल हुआ था और कई वर्षों तक इजराइली और फिलिस्तीनी जेलों में भी बंद रहा। जेल में रहते हुए उसने हमास के शीर्ष नेताओं से घनिष्ठ संबंध बनाए और संगठन की रणनीतिक इकाई का हिस्सा बनते चले गया।
इजराइली सुरक्षा एजेंसियां उसे 'द शैडो' (परछाईं) के नाम से बुलाती थीं, क्योंकि वह अत्यंत गोपनीय ढंग से काम करता था। 2006 में इजराइली सैनिक गिलाड शालिट के अपहरण में उसकी भूमिका सामने आई थी, जिसने 2011 में एक बड़े कैदी-विनिमय सौदे की राह खोली।
माना जाता है कि अक्टूबर 2023 में इजराइल पर हुए भीषण हमलों की रणनीति तैयार करने में मोहम्मद सिनवार की केंद्रीय भूमिका थी। इन हमलों में 1,200 से अधिक इजराइली नागरिक मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था, जिससे मौजूदा युद्ध की शुरुआत हुई।
हमास नेतृत्व का चरणबद्ध सफाया
याह्या सिनवार की मौत के बाद मोहम्मद सिनवार हमास के गाजा चैप्टर का सबसे प्रभावशाली नेता बन गया था और युद्धविराम व बंधकों की रिहाई को लेकर किसी भी वार्ता में सबसे बड़ी बाधा माना जाता था।
इजराइल लंबे समय से हमास के शीर्ष नेतृत्व को खत्म करने की रणनीति पर काम कर रहा है। मोहम्मद और याह्या सिनवार के अलावा, इजराइल अब तक हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ और राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनिया को भी अलग-अलग अभियानों में मार चुका है।
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54,000 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं
अक्टूबर 2023 में हमास के हमलों के जवाब में शुरू हुए इजराइली सैन्य अभियान में अब तक गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार करीब 54,000 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, हालांकि मंत्रालय नागरिक और लड़ाकों के आंकड़ों में अंतर नहीं करता। इस्राइल ने गाज़ा पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित करने, हमास को खत्म करने और शेष 58 बंधकों को रिहा कराने तक युद्ध जारी रखने की बात कही है।
मोहम्मद सिनवार की मौत को इस्राइली अभियान में एक बड़ी रणनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन इससे क्षेत्र में संघर्ष का अंत दूर ही दिखता है।