तेल अवीव: इजराइल और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। शुक्रवार तड़के (भारतीय समयानुसार) इजराइल ने ईरान के खिलाफ हमले शुरू कर दिए। शुरुआती जानकारी के अनुसार ईरान में परमाणु कार्यक्रम और अन्य सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इन हमलों मे ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड के चीफ हुसैन सलामी की भी मौत हो गई है। ईरान के सरकारी मीडिया ने इसकी पुष्टि की है। इन सबके बीच अमेरिका ने कहा है कि ईरान पर इजराइल के हमले में वह शामिल नहीं है। इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक क्या-क्या बातें सामने आई, आईए जानते हैं।
इजराइल का ईरान पर हमला, 10 बड़ी बातें
1. इजराइल ने शुक्रवार तड़के ईरान के खिलाफ हमले शुरू किए। इजराइल ने बताया है कि इसमें ईरान के परमाणु स्थलों सहित दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ये हमले 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' का हिस्सा हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि ईरान 'इजराइल के अस्तित्व' के लिए खतरा है।
2. इजराइल के हमलों में ईरान में बड़े नुकसान की खबरें हैं। ईरानी सरकारी टेलीविज़न ने बताया है कि रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर इन चीफ हुसैन सलामी उन चार वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल हैं जो इस हमले में मारे गए हैं। सरकारी मीडिया के अनुसार ईरान परमाणु ऊर्जा संगठन के पूर्व प्रमुख फेरेयदून अब्बासी की भी मौत हो गई है।
3. रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने ईरानी सरकारी समाचार चैनल नूर न्यूज के हवाले से बताया कि तेहरान के उत्तर-पूर्व में धमाके की आवाजें सुनी गईं। नतांज (Natanz) परमाणु संयंत्र के पास भी धमाके की खबर है। नतांज में एक प्रत्यक्षदर्शी ने रॉयटर्स को बताया कि यूरेनियम संवर्धन संयंत्र के पास कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई।
4. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी पुष्टि की है कि इजराइल ने ईरान में परमाणु ठिकानों पर हमला किया है और कहा कि यह अभियान कई दिनों तक जारी रहेगा।
5. नेतन्याहू ने टेलीविजन पर दिए अपने संबोधन में कहा, 'कुछ ही समय पहले, इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया, जो इजराइल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने के लिए एक लक्षित सैन्य अभियान है।' उन्होंने आगे कहा, 'यह ऑपरेशन खतरे को दूर करने तक जारी रहेगा। नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के पास परमाणु हथियार विकसित करने का कार्यक्रम है। उन्होंने दावा किया कि अगर इसे रोका नहीं गया तो यह 'परमाणु हथियार बना सकता है। यह इज़राइल के अस्तित्व के लिए एक स्पष्ट और मौजूदा खतरा है।'
6. इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने भी हमलों की पुष्टि की है। आईडीएफ ने एक पोस्ट में कहा, 'दर्जनों आईएएफ जेट विमानों ने पहला चरण पूरा किया जिसमें ईरान के विभिन्न क्षेत्रों में परमाणु लक्ष्यों सहित दर्जनों सैन्य लक्ष्यों पर हमले शामिल थे। आज, ईरान परमाणु हथियार प्राप्त करने के पहले से कहीं अधिक करीब है। ईरानी शासन के हाथों में सामूहिक विनाश के हथियार इजराइल और दुनिया के लिए एक खतरा हैं।'
7. इजराइल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने देश में आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा कि देश को जवाबी कार्रवाई की आशंका है। यरुशलम में हवाई हमले के सायरन सुनाई दिए। तेल अवीव जाने वाली उड़ानों का मार्ग बदल दिया गया है। दूसरी ओर तेहरान के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं, जो ईरानी राजधानी से लगभग 30 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है।
8. अमेरिका ने इजराइल की ओर से ईरान पर किए गए इस हमले से खुद को अलग कर लिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, 'आज रात इजराइल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की। हम ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं। हमारी प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा करना है।'
9. मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेनाओं की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। उन्होंने साथ ही ईरान को नसीहत दी कि उसे इस कार्रवाई के बदले अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।
10. इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वह मध्य पूर्व (पश्चिम एशिया), खासकर ईरान से अमेरिकी कर्मियों को बाहर निकालेंगे, क्योंकि 'यह एक खतरनाक जगह हो सकती है।' वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग ने भी कुछ कर्मचारियों को ईरान छोड़ने की अनुमति दी। जबकि पेंटागन ने सैन्य परिवारों को स्वेच्छा से पश्चिम एशिया में अमेरिकी ठिकानों को छोड़ने को मंजूरी दी थी।