इजराइली हमले में 27 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत Photograph: (आईएएनएस)
येरुशलमः इजराइल द्वारा शु्क्रवार रात को गाजा पट्टी में की गई एयर स्ट्राइक में फिलिस्तीन के 16 नागरिक मारे गए। गाजा के स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। हमास और इजराइल के बीच करीब 20 महीने से युद्ध जारी है। इस बीच इजराइल ने गुरुवार रात को ईरान पर भी हमला बोल दिया।
इजराइल ने गाजा पट्टी में एयरस्ट्राइक के अलावा 11 अन्य फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं। ये लोग भोजन वितरित केंद्रों के पास गोलीबारी के दौरान मारे गए। इसका संचालन 'गाजा ह्युमैनिटेरियन फाउंडेशन (जीएचएफ)' द्वारा किया जाता है। ये इजराइल और अमेरिका द्वारा समर्थित केंद्र हैं। बीते महीने इन केंद्रों की शुरुआत के साथ यहां पर अक्सर गोलीबारी होती रहती है।
खाने की तलाश में जुटे लोग
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि इजराइली सैन्य बलों ने नागरिकों पर गोली चलाई जबकि सैन्य बलों का कहना है कि उन्होंने ऐसे संदिग्धों की ओर चेतावनी भरी गोली चलाई जो लोग सेना की टुकड़ियों की ओर आगे बढ़ रहे थे। हालांकि, सैन्य बलों ने हालिया रिपोर्ट्स पर कुछ नहीं कहा है।
जीएचएफ द्वारा शनिवार को बंद का ऐलान करने के बावजूद इनके केंद्रों पर हजारों की संख्या में लोग खाने की तलाश में जुटे हैं। गाजा में इजराइल द्वारा लंबे समय से नाकाबंदी है और सैन्य अभियान जारी है। इस वजह से यह क्षेत्र अकाल का सामना कर रहा है और यहां रहने वाले नागरिक खाने की तलाश में भटक रहे हैं।
इस बाबत केंद्रीय गाजा स्थित अल-अवदा अस्पताल ने आठ शवों और कम से कम 125 घायलों के इलाज की बात की है। वहीं, खान यूनिस में नासिर अस्पताल ने 16 शव मिलने की पुष्टि की है। इनमें पांच महिलाएं शामिल हैं। वहीं, राफा में भी जीएचएफ केंद्र पर तीन अन्य लोगों के मारे जाने की खबर है। इस क्षेत्र को खाली करा दिया गया है और सैन्य क्षेत्र घोषित किया गया है।
20 महीने से जारी संघर्ष
इजराइल और अमेरिका द्वारा समर्थित नए वितरण केंद्रों का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित प्रणाली को प्रतिस्थापित करना है। इजराइल और अमेरिका हमास पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि वे संयुक्त राष्ट्र द्वारा दी जाने वाली सहायता का उपयोग अपने सैन्य अभियानों में करते हैं। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी इन दावों का खंडन करते हैं और उनका मानना है कि यह प्रणाली उभरती मानवीय जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती है और इसकी बजाय दी जाने वाली सहायता को सैन्यीकृत भी करती है।
ज्ञात हो कि हमास और इजराइल के बीच संघर्ष 7 अक्तूबर 2023 को शुरू हुआ था। 7 अक्तूबर को हमास ने आश्चर्यजनक रूप से दक्षिणी इजराइल पर हमला कर दिया था। इसमें 1200 लोग मारे गए थे और 251 बंधक बना लिए थे। 251 लोगों में से 53 अभी भी गाजा में ही हैं। हमास द्वारा किए गए हमले के जवाब में इजराइल ने कार्रवाई की। इसमें 55 हजार से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मारे गए लोगों में आधे से ज्यादा की संख्या महिलाओं और बच्चों की है।