वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में उस सवाल को टाल दिया जिसमें पूछा गया था कि क्या अमेरिका मंदी की ओर बढ़ रहा है। दरअसल, ट्रंप की टैरिफ नीति ने अमेरिका सहित पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। खासकर मेक्सिको, कनाडा और चीन पर ज्यादा टैरिफ लगाने की योजना को लेकर कई तरह की बातें कहीं जा रही हैं। कीमतों के बढ़ने की आशंका है। इन सबका असर अमेरिकी शेयर बाजार पर भी नजर आ रहा है। बाजार में व्याप्त कई तरह की आशंकाओं के बीच इसमें लगातार गिरावट जारी है।
हालांकि, रविवार को फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में रिपब्लिकन राष्ट्रपति से जब पूछा गया कि क्या उन्हें इस साल मंदी की संभावना है, तो उन्होंने इस पर सीधे तरीके से कोई जवाब नहीं दिया। ट्रम्प ने 'संडे मॉर्निंग फ्यूचर्स' कार्यक्रम में कहा, 'यह बदलाव का दौर है, क्योंकि हम जो कर रहे हैं वह बहुत बड़ा है। हम अमेरिका में पैसे वापस ला रहे हैं। इसमें थोड़ा समय लगता है, लेकिन मुझे लगता है कि यह हमारे लिए बहुत अच्छा होना चाहिए।'
'टैरिफ वॉर' बना निवेशकों के लिए चिंता
अमेरिका में ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से टैरिफ लंबे समय से निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कई लोगों का मानना है कि इससे आर्थिक विकास को नुकसान पहुंचेगा और मुद्रास्फीति बढ़ेगी। ट्रंप ने भी 2 फरवरी अपने एक बयान में स्वीकार कर लिया था कि उनकी व्यापक टैरिफ नीति अमेरिकियों के लिए कुछ 'अल्पकालिक' कठिनाई पैदा करेंगे। ट्रंप के अपने सहयोगियों ने लगातार बजार पर पड़ने वाले किसी भी खराब प्रभाव को अभी तक कम करके आंका है।
फर्स्टपोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने रविवार को कहा कि 'अमेरिका में कोई मंदी नहीं आने वाली है।' लुटनिक ने साथ ही स्वीकार किया कि ट्रंप के टैरिफ से अमेरिका में कुछ विदेशी निर्मित वस्तुओं की लागत बढ़ेगी, लेकिन उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी उत्पाद सस्ते हो जाएंगे।
ट्रंप ने बढ़ाया था टैरिफ...फिर पीछे हटे
पिछले ही मंगलवार को ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा से आयात पर नया 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। साथ ही चीनी वस्तुओं पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की गई थी। टैरिफ एक्शन लागू होने के समय ट्रंप प्रशासन की ओर से कहा गया कि तीनों देश अमेरिका में घातक फेंटेनाइल ओपिओइड और अन्य ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने में नाकाम रहे हैं।
हालांकि, दो दिन बाद ही उन्होंने मैक्सिको और कनाडा के उत्पादों को एक महीने के लिए शुल्क से मुक्त कर दिया।
पहले से डरे हुए बाजार में इस अस्थिर व्यापार रणनीति ने कई निवेशकों का डर और बढ़ा दिया है। इससे अमेरिकी मुद्रास्फीति और विकास के बारे में चिंताएं भी बढ़ी हुई हैं। पिछले दो महीनों में दूसरी बार था जब ट्रंप ने अमेरिकी पड़ोसियों पर फेंटेनाइल से संबंधित टैरिफ को पलट दिया।
लुटनिक ने कहा, 'अगर फेंटेनाइल खत्म हो जाता है, तो मुझे लगता है कि ये खत्म हो जाएंगे। लेकिन अगर फेंटेनाइल खत्म नहीं होता है, या वह (ट्रंप) इसके बारे में अनिश्चित हैं, तो यह तब तक इसी तरह रहेगा जब तक वह सहज नहीं हो जाते।'
व्हाइट हाउस के अधिकारियों का कहना है कि कनाडा और मेक्सिको फेंटेनाइल (हेरोइन से 50 गुना अधिक प्रभावशाली) और इसके पूर्ववर्ती रसायनों को अमेरिका में छोटे पैकेजों में भेजने के लिए माध्यम हैं, जिनकी अक्सर जांच नहीं की जाती है।
सार्वजनिक डेटा से पता चलता है कि अमेरिका में जब्त किए गए सभी फेंटेनाइल का 0.2% कनाडा की सीमा से आता है, जबकि अधिकांश मेक्सिको के रास्ते आता है।
ट्रंप की घोषणा के अनुसार अमेरिका के दो सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों (मैक्सिको, कनाडा) के लिए छूट 2 अप्रैल को समाप्त हो रही है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक केविन हैसेट ने एबीसी के 'दिस वीक' पर कहा कि उन्हें उम्मीद है कि महीने के अंत तक ड्रग से संबंधित टैरिफ का समाधान हो जाएगा, ताकि पारस्परिक उपायों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
कंफ्यूजन की स्थिति और अमेरिकी बाजार
टैरिफ की घोषणाओं में लगातार हो रहे बदलाव ने अमेरिकी शेयर बाजार यानी वॉल स्ट्रीट को बेचैन कर दिया है। कई निवेशकों का मानना है कि व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क लगाने और फिर वापस लेने के ट्रंप प्रशासन जैसे कदम राहत देने के बजाय भ्रम पैदा कर रहे हैं।
इनका कहना है कि ट्रंप की व्यापार नीतियों ने नई आशंकाओं को जन्म है, जो आर्थिक विकास को प्रभावित कर सकते हैं। ये नीतियां अमेरिकियों के लिए कीमतें और बढ़ा सकते हैं, जो अभी भी उच्च मुद्रास्फीति से परेशान हैं।
चीन ने भी कहा कि वह ट्रंप द्वारा चीन से सभी आयातों पर 20% टैरिफ लगाए जाने के बाद अमेरिका के दबाव का 'दृढ़ता से मुकाबला' करेगा। मेक्सिको और कनाडा ने भी लगभग ऐसी ही नीति अपनाने की बात कही है।
बहरहाल, ट्रंप ने फॉक्स न्यूज के कार्यक्रम में ये भी कहा कि 25% टैरिफ और भी 'बढ़ सकते हैं।' उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उनका प्रशासन जल्द ही कनाडाई लकड़ी और अन्य उत्पादों पर पारस्परिक टैरिफ लगा सकता है।
इसके अलावा स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर 25% का अमेरिकी टैरिफ बुधवार से लागू होना है। लुटनिक ने अपने इंटरव्यू में यह बात कही। कनाडा और मेक्सिको दोनों ही अमेरिकी बाजारों में इन धातुओं के शीर्ष निर्यातक हैं। विशेष रूप से कनाडा से एल्युमीनियम का सबसे अधिक आयात अमेरिका में होता है।
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