तेहरानः  इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि संसद परमाणु अप्रसार संधि (NPT) से बाहर निकलने की योजना बना रही है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, संसद इसके लिए एक विधेयक तैयार कर रही है। इसके साथ ही ईरानी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि तेहरान सामूहिक विनाश के हथियारों के विकास का विरोध करता रहेगा। 

इससे पहले ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियां ने कहा था कि ईरान का परमाणु हथियार विकसित करने का कोई इरादा नहीं है लेकिन यह परमाणु ऊर्जा और अनुसंधान के अपने अधिकार का पालन करता रहेगा। इस दौरान उन्होंने सामूहिक विनाश के हथियारों के खिलाफ सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई के धार्मिक फरमान को दोहराया।

NPT है अंतर्राष्ट्रीय संधि

परमाणु हथियारों को लेकर बनी परमाणु अप्रसार संधि  एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है जिसका उद्देश्य परमाणु हथियारों और इससे संबंधित टेक्नोलॉजी के प्रसार को रोकना है। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा के उपयोग में शांतिपूर्ण सहयोग को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही परमाणु निरस्त्रीकरण और पूर्ण वैश्विक निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को आगे बढ़ाना है। 

ईरान द्वारा यह कदम इजराइल के साथ बढ़ते तनाव के बीच आया है। इससे क्षेत्रीय युद्ध छिड़ने की भी आशंका है। इजराइल ने ईरानी हथियार प्रतिष्ठानों के पास रहने वाले लोगों को वहां से निकल जाने की चेतावनी दी है। एक अधिकारी ने कहा कि लक्ष्यों की लंबी सूची बनी हुई है। 

इजराइल और ईरान के बीच रविवार रात भर और सोमवार सुबह को मिसाइलों का हमला जारी रहा। दोनों देशों ने युद्धविराम की अंतर्राष्ट्रीय अपीलों पर ध्यान नहीं दिया और लगातार तीसरे दिन संघर्ष जारी रहा। 

ईरान का परमाणु कार्यक्रम साल 2018 के बाद से शुरू हुआ जब अमेरिका ने  तेहरान की यूरेनियम भंडार को संवर्धित करने की क्षमता को सीमित करने के लिए एक समझौते से अपना हाथ खींच लिया था। यह परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी था। ईरान का कहना है कि उसका कार्यक्रम शांतिपूर्ण है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख ने बार-बार चेतावनी दी है कि अगर देश चाहे तो कई परमाणु बम बनाने के लिए उसके पास पर्याप्त संवर्धित यूरेनियम है।