ओटावा: पंजाब के लुधियाना के एक युवक को कनाडा के सर्रे में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। 29 साल के युवराज गोयल की उस वक्त हत्या की गई थी जब वे जिम से लौट रहा था। साल 2019 में वह स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था और पढ़ाई पूरी करने के बाद वह काम करने लगा था।
हाल में युवराज को कनाडाई स्थायी निवासी (पीआर) भी मिल गया था। वह कनाडा स्थित बसंत मोटर में बतौर सेल्स मैन के रूप में काम कर रहा था। इस हत्या को टारगेट कीलिंग से जोड़ कर देखा जा रहा है।
युवराज के माता पिता का कहना है कि उसके बेटे का किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हत्या पर बोलते हुए कनाडा पुलिस ने कहा है कि उन्हें युवराज का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है और हत्या के कारण का पता लगाया जा रहा है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब कनाडा में किसी भारतीय की हत्या हुई है। इससे पहले भी इस तरह के कई घटनाएं सामने आ चुकी है।
चार संदिग्धों की हुई है पहचान
युवराज की हत्या के आरोप में कनाडा पुलिस ने चार संदिग्धों की पहचान की है। इनमें 23 साल के सर्रे के मनवीर बसराम, 20 साल के साहिब बसरा, 23 साल के हरकीरत झुट्टी और 20 साल के ओंटारियो के केइलन फ्रेंकोइस भी शामिल हैं। इन पर प्रथम श्रेणी की हत्या का आरोप लगा है।
लकड़ी का कारोबार करने वाले युवराज के पिता राजेश गोयल और गृहिणी माता शकुन गोयल ने कहा है कि वे इस घटना से काफी सदमें में हैं। उनका कहना है कि उनके बेटे का किसी से कई झगड़ा और दुश्मनी नहीं थी।
शकुन गोयल ने कहा है कि घटना से पहले उसकी बात युवराज से हुई थी और उस समय भारत में रात होने के कारण उसने अपनी मां को सोने को कहा था। युवराज के माता पिता का दावा है कि गलतीफहमी में उसकी हत्या की गई है।
कनाडा के स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह कोई गलत पहचान का मामला हो सकता है। निशाने पर कोई और होगा और गलती से युवराज की हत्या की गई है।
कौन था युवराज
दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम करने वाला युवराज आगे की पढ़ाई के लिए 2019 में कनाडा गया था। इसके बाद वह दो साल भारत में काम किया था और फिर वित्त में स्नातकोत्तर करने के लिए वह कनाडा गया था।
युवराज सर्रे शहर के व्हाइट रॉक में रहता था। जिस तरीके से उनके बेटे की हत्या हुई है इस पर परिवार वालों ने इस पर सवाल उठाया है। युवराज के माता पिता ने सवाल उठाते हुए इस पर कनाडाई सरकार से जवाब मांगा है।
हाल में भी हुए हैं ऐसी घटनाएं
मौजूदा दौर में कनाडा में भारतीयों की हत्या में मामलों में इजाफा हुआ है। इसी साल अप्रैल में 24 साल के भारती छात्र चिराग अंतिल की हत्या कर दी गई थी। कनाडा के साउथ वैंकूवर में अंतिल की हत्या उस समय की गई थी जब वह कार में सवार था।
पिछले साल ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे शहर में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की भी हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या उस समय हुई थी जब वह शहर के एक सिख मंदिर के बाहर मौजूद था।
हाल के दिनों में कनाडा में रह रहे भारतीय को निशाना बनाने के वारदातों में इजाफा हुआ है। हिंसक अपराध, टारगेट कीलिंग और कई अन्य घटनाओं को लेकर कनाडा सरकार की खूब आलोचना भी की जा रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 से 2023 में लगभग 91 भारतीय छात्रों की हत्या हुई है। कनाडा सरकार पर यह आरोप भी लग रहा है कि वे अलगाववादियों और चरमपंथियों को रोकने और भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए कोई पर्याप्त कदम नहीं उठा रही है।