प्रतिकात्मक फोटो (फोटो- IANS)
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इस्लामाबाद: महंगाई और आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में दूध और भी महंगा हो गया है। पड़ोसी देश में नए कर लागू होने के बाद दूध की कीमतों में 20 फीसदी से भी अधिक का इजाफा हुआ है।
हाल में बढ़े हुए कीमतें फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ विकसित देशों से भी महंगा हो गया है। कराची में अति-उच्च तापमान (यूएचटी) वाले दूध की कीमत बढ़कर 370 रुपए (1.33 डॉलर) प्रति लीटर हो गई है।
इन शहरों से भी पाक में दूध है महंगा
एक आंकड़ें के अनुसार, पाकिस्तान की तुलना में एम्स्टर्डम में दूध की कीमत 1.29 डॉलर, पेरिस में 1.23 डॉलर और मेलबर्न में 1.08 डॉलर है। इससे पहले मई में भी दूध के कीमतों में भी इजाफा देखा गया था जहां पर पाकिस्तान के कराची शहर में एक लीटर दूध की कीमत 210 रुपए थी।
उस समय डेयरी फार्मर्स कराची के अध्यक्ष मुबाशेर कादिर अब्बासी ने कहा था कि आने वाले दिनों में इसकी कीमतों में 50 रुपए तक का इजाफा हो सकता है।
नए कर के कारण बढ़े हैं दूध के दाम
पिछले हफ्ते पाकिस्तान में राष्ट्रीय बजट पेश किया गया था जिसमें पैकेज्ड दूध पर 18 फीसदी कर लगाया गया है। इससे पहले पैकेज्ड दूध पर कोई भी कर नहीं था। इस कर वृद्धि के कारण खुदरा दूध की कीमतों में 25 प्रतिशत तक का उछाल आया है।
डच डेयरी उत्पादक रॉयल फ्राइजलैंडकैम्पिना एनवी की स्थानीय इकाई के प्रवक्ता मुहम्मद नासिर ने कहा है कि पाकिस्तान में कर लागू होने से पहले इसकी यहां कीमतें वियतनाम और नाइजीरिया जैसे विकासशील देशों के बराबर था।
इस कारण पाक में और भी बढ़ सकती है महंगाई
जिस तरीके से पाकिस्तान में दूध की कीमतें बढ़ी है इससे वहां पर महंगाई और भी बढ़ सकती है। पड़ोसी देश में स्थिर मजदूरी के कारण लोगों के खरीदने की क्षमता पहले ही प्रभावित हुई थी और ऐसे में अब दूध के दामों में इजाफा के कारण लोगों को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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बढ़ोतरी से बच्चों का हेल्थ भी हो सकता है प्रभावित
देश में इस तरह के दूध के दाम बढ़ने से बच्चों का हेल्थ भी प्रभावित हो सकता है और उनको स्वास्थ संबंधी समस्याएं हो सकती है क्योंकि यहां की 40 फीसदी आबादी गरीबी रेखा से नीचे रहती है।
नासिर के अनुसार, पाकिस्तान में पांच साल से कम उम्र वाले 60 फीसदी बच्चों को एनीमिया है और 40 फीसदी बच्चे बौनेपन से पीड़ित हैं। ऐसे में दूधों के रेट में वृद्धि के कारण यहां पर कुपोषण की स्थिति और भी खराब हो सकती है।
आईएमएफ से राहत पैकेज पाने की कोशिश
पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने टैक्स में रिकॉर्ड इजाफा करते हुए 40 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। सरकार ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि नए बेलआउट के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करना था।
पूरे दक्षिण एशिया में हैं यहां है सबसे अधिक महंगाई
मई महीने के डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में महंगाई चरम पर हैं और यहां पर डेली इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमतों में औसतन 38 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसे में यहां पर महंगाई पूरे दक्षिण एशिया में सबसे अधिक है।
यहीं नहीं, यहां पर खाने-पीने के चीजों में और भी बढ़ोतरी देखी गई है। पाकिस्तान में खाद्य पदार्थों की कीमतों में 48 फीसदी का इजाफा हुआ है, जो साल 2016 के बाद से सबसे अधिक है।