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नई दिल्ली: 17 जनवरी 2025 को पाकिस्तान की विशेष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को अल कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में दोषी करार दिया। इमरान खान को 14 साल की सजा और 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, जबकि उनकी पत्नी बुशरा को 7 साल की सजा और 5 लाख रुपये का जुर्माना सुनाया गया। यदि जुर्माना नहीं भरा जाता, तो उन्हें अतिरिक्त छह महीने की सजा भुगतनी होगी।
अल कादिर ट्रस्ट और इसके विवाद की पृष्ठभूमि
अल कादिर ट्रस्ट की स्थापना इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगियों जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने की थी। इसका उद्देश्य पंजाब के झेलम जिले में अल कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना करना था, जो 'गुणवत्तापूर्ण शिक्षा' प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था।
हालांकि, यह मामला बहरिया टाउन से जुड़े भूमि भ्रष्टाचार और अवैध धन हस्तांतरण से संबंधित है। आरोप हैं कि इमरान खान ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान बहरिया टाउन से अरबों रुपये और सैकड़ों कनाल भूमि हासिल की।
भ्रष्टाचार के आरोप और अदालत का फैसला
नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) के आरोप के मुताबिक, इमरान खान ने बहरिया टाउन की भूमि के भुगतान के लिए पाकिस्तान सरकार के धन को अवैध रूप से ट्रांसफर किया। अदालत ने इन आरोपों को गंभीर मानते हुए उन्हें दोषी ठहराया।
इस मामले में प्रॉपर्टी टाइकून मलिक रियाज हुसैन और उनके परिवार के अन्य सदस्य भी संदिग्ध हैं, हालांकि वे जांच और अदालत की कार्यवाही से गायब हैं और अपराधी घोषित कर दिए गए हैं।
अल कादिर ट्रस्ट और उससे जुड़े वित्तीय विवाद
अल कादिर ट्रस्ट मामले में आरोप है कि बुशरा बीबी ने 458 कनाल भूमि का अधिग्रहण किया, जो अल कादिर विश्वविद्यालय के लिए थी। यह भूमि अधिग्रहण एक संदिग्ध सौदे का हिस्सा था, जिसमें पाकिस्तान को 50 बिलियन रुपये की राशि मिली थी, जो एक प्रॉपर्टी टाइकून के साथ हुए समझौते का हिस्सा थी।
नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) और NAB के बीच इस धनराशि को लेकर विवाद रहा। NAB का दावा है कि इस समझौते को बिना उचित विवरण के स्वीकृत किया गया था, जबकि NCA ने इसे एक दीवानी मामला माना।
आध्यात्मिक शिक्षा से जुड़ा ट्रस्ट और इसके सदस्य
अल कादिर ट्रस्ट इस्लामाबाद के पास एक विश्वविद्यालय चलाता है, जो आध्यात्मिकता और इस्लामी शिक्षा पर केंद्रित है। यह परियोजना बुशरा बीबी की प्रेरणा से शुरू हुई, जो एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक उपचारक हैं। ट्रस्ट के प्रमुख सदस्य इमरान खान, उनकी पत्नी, जुल्फी बुखारी, बाबर अवान और फरहत शहजादी जैसे करीबी सहयोगी थे।
इस मामले के व्यापक प्रभाव
इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी की सजा पाकिस्तान में कानूनी और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह निर्णय भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष में एक अहम कदम हो सकता है, लेकिन इससे उत्पन्न होने वाले सामाजिक और राजनीतिक तनावों को संभालना सरकार और संबंधित एजेंसियों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने 190 मिलियन पाउंड के भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान और उनकी पत्नी को दोषी ठहराया। इमरान खान को 14 साल की सजा और बुशरा बीबी को 7 साल की सजा सुनाई गई है।