लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बयान दिया है। खान ने आतंकी हमले को 'बेहद परेशान करने वाला और दुखद' बताया है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि भारत को जिम्मेदारी से काम करने की जरूरत है। इमरान खान भ्रष्टाचार के आरोपों में फिलहाल जेल में बंद हैं।
क्या बोले इमरान खान
खान ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "पहलगाम घटना में लोगों की जान जाना बेहद परेशान करने वाला और दुखद है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।" उन्होंने कहा, "जब पुलवामा की घटना हुई, तो हमने भारत को हरसंभव सहयोग देने की पेशकश की थी, लेकिन भारत कोई ठोस सबूत पेश करने में विफल रहा। जैसा कि मैंने 2019 में भविष्यवाणी की थी, पहलगाम की घटना के बाद फिर से वही हो रहा है। आत्मनिरीक्षण और जांच के बजाय, मोदी सरकार फिर से पाकिस्तान पर दोष मढ़ रही है।"
“Loss of human life in Pahlgam incident is deeply disturbing and tragic. I extend my deepest condolences to the victims and their families.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 29, 2025
When the False Flag Palwama Operation incident happened, we offered to extend all-out cooperation to India but India failed to produce any…
'जिम्मेदारी से काम करे भारत'
इमरान खान ने कहा कि 1.5 अरब लोगों का देश होने के नाते भारत को खिलवाड़ करने के बजाय जिम्मेदारी से काम करने की जरूरत है। खान ने कहा, "शांति हमारी प्राथमिकता है, लेकिन इसे कायरता नहीं समझा जाना चाहिए। पाकिस्तान के पास किसी भी भारतीय दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी क्षमता है, जैसा कि पूरे देश के समर्थन वाली मेरी सरकार ने 2019 में किया था। मैंने हमेशा कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार के महत्व पर जोर दिया है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों द्वारा गारंटी दी गई है।"
पाकिस्तान के पास जवाब देने की पूरी ताकत
पाकिस्तान के पास किसी भी भारतीय दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी क्षमता है, जैसा कि पूरे देश के समर्थन वाली मेरी सरकार ने 2019 में किया था। मैंने हमेशा कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार के महत्व पर जोर दिया है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों द्वारा गारंटी दी गई है।'
पाकिस्तान पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि वह इस तथ्य को भी उजागर करते रहे हैं कि 'आरएसएस की विचारधारा के नेतृत्व वाला भारत न केवल क्षेत्र के लिए बल्कि उससे परे भी एक गंभीर खतरा है'।