वाशिंगटन: कनाडा में रहने वाले एक पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शाहजेब खान उर्फ शाहजेब जादून को इसी हफ्ते अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। वह 20 साल का है। उस पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। शख्स पर ISIS को मदद करने की कोशिश और अमेरिका के ब्रुकलिन में एक यहूदी केंद्र पर सामूहिक गोलीबारी की साजिश रचने का आरोप है।
शाहजेब ने कथित तौर पर 7 अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हुए हमास के हमलों की पहली बरसी के मौके पर पिछले साल आतंकी कार्रवाई को अंजाम देने की योजना बनाई थी। इस साजिश का खुलासा खान ने ही एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप पर किया था। दरअसल, इसका इस्तेमाल वो कुछ अपने जानने वाले लोगों के साथ साजिश की योजना बनाने के लिए कर रहा था। एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप के जरिए वो बातचीत करता था। इसी दौरान साजिश का खुलवासा हो गया।
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने बताया कि शाहजेब खान ने कथित तौर पर हमला करने के लिए अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश की थी। उसने 7 अक्टूबर, 2024 को ISIS से प्रेरित होकर सामूहिक गोलीबारी की योजना बनाई थी। पटेल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'बड़ी खबर... आज (10 जून) दोपहर को, कनाडा में रहने वाले एक पाकिस्तानी नागरिक शाहजेब खान को आईएसआईएस को सहायता प्रदान करने और आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने का प्रयास करने के आरोप में अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया।'
कैसे हुआ शाहजेब खान की योजना का खुलासा?
अमेरिका की न्याय विभाग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 20 वर्षीय खान पर न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले में आरोप लगाया गया था। जांच से पता चला कि खान अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर बहुत अधिक निर्भर था। उसका मानना था कि ये ऐप सुरक्षित हैं। हालाँकि, उसके ही संपर्कों में से एक अंडरकवर FBI एजेंट था।
खान के इरादों को उजागर करने वाला एन्क्रिप्टेड संदेश इस एजेंट को भेजा गया था। खान इसे अपना सहयोगी मान रहा था और उसपर भरोसा करता था। अंडरकवर एजेंट के साथ चैट में खान ने दावा किया था कि यदि योजना सफल हुई, तो यह '9/11 के बाद से अमेरिकी धरती पर सबसे बड़ा हमला होगा।' इसमें उसने 7 अक्टूबर, 2024 को न्यूयॉर्क शहर में 'जितना संभव हो सके उतने यहूदी लोगों' को मारने के अपने लक्ष्य का भी जिक्र किया था।
शाहजेब खान की गिरफ्तारी कैसे हुई?
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) द्वारा 31 जुलाई, 2024 को ओंटारियो में एक अन्य आतंकवादी साजिश के सिलसिले में पिता और पुत्र, अहमद एल्डिडी और मुस्तफा एल्डिडी की गिरफ्तारी के बाद जांच तेज हुई। बताया जाता है कि इस गिरफ्तारी ने शाजेब खान को डरा दिया, जिससे उसने अपने कथित सहयोगियों को एक एन्क्रिप्टेड संदेश भेजा, जिसमें उन्हें "चुप रहने" और बचने के लिए सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने का आग्रह किया गया था।
यह मैसेज अंडरकवर एजेंट को भी मिले थे जिन्होंने उसे हमले के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। शाहजेब को भरोसा दिलाया गया कि हथियार तैयार हैं। इस धोखे ने खान को उलझाए रखा, जिससे अधिकारियों को और समय मिला और सबूत भी इकट्ठा किए गए। इसमें एन्क्रिप्टेड मैसेज की निगरानी भी शामिल है
बहरहाल, खान 24 जून, 2023 को एक छात्र वीजा पर टोरंटो पहुंचा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उसने किस विश्वविद्यालय में नामांकन लिया था। 4 सितंबर, 2024 को, खान ने टोरंटो से अमेरिकी सीमा की ओर अपनी यात्रा शुरू की। इसी दौरान वह साजिश में कथित रूप से शामिल अन्य लोगों को लेने के लिए नेपनी, ओंटारियो भी गया। नेपनी में खान और एक अज्ञात महिला ने वाहन बदले और मॉन्ट्रियल चले गए, जहाँ उन्होंने फिर से कार बदली। अमेरिकी सीमा से लगभग 19 किलोमीटर पहले, कनाडाई अधिकारियों ने इस वाहन को रोका और खान को गिरफ्तार कर लिया।