नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के पांच साल बाद अब चीन एक नए वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से जूझ रहा है। भारत सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) सांस संबंधी संक्रमण और मौसमी इन्फ्लूएंजा मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने एनसीडीसी के एक आधिकारिक सूत्र के हवाले से कहा, ‘हम स्थिति की बारीकी से निगरानी करना, जानकारी को सत्यापित करने और इसे अपडेट करना जारी रखेंगे।’
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस?
चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (चीन सीडीसी) के अनुसार, न्यूमोविरिडे, मेटान्यूमोवायरस जीनस से संबंधित ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) एक सिंगल स्ट्रेंडेड निगेटिव-सेंस आरएनए वायरस है। संक्रमण के बाद इसके लक्षण तीन से पांच दिन दिन में नजर आने लगते हैं।
एचएमपीवी वायरस से छोटे बच्चे, वृद्ध और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं। अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, एचएमपीवी से जुड़े सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।
एचएमपीवी वायरस कैसे फैलता है, बचाव कैसे करें?
इस वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि मास्क पहने, बार-बार हाथ धोएं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। विशेषज्ञ एचएमपीवी के लिए एंटीवायरल का उपयोग करने से भी मना कर रहे हैं।
फिलहाल इसका कोई टीका नहीं है, लेकिन इसके लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं। 2023 में नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और चीन में एचएमपीवी का पता चला था।
चीन के सरकारी चैनल सीसीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग यूआन अस्पताल, कैपिटल मेडिकल यूनिवर्सिटी के श्वसन और संक्रामक रोग विभाग के मुख्य चिकित्सक ली तोंगजेंग ने कहा कि एचएमपीवी दो लोगों के बीच श्वसन प्रणाली के माध्यम से फैल सकता है, और लोगों के बीच संपर्क जैसे कि हाथ मिलाना, या वायरस से दूषित किसी वस्तु को छूना आदि से फैल सकता है।
चीन में अभी क्या है स्थिति?
कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि देश में वायरस तेजी से फैल रहा है। कुछ ने दावा किया कि अस्पताल और श्मशान घाटों पर भीड़ बढ़ रही है।
ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में अस्पतालों में भीड़ दिखाई दे रही है, कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि इन्फ्लूएंजा ए, एचएमपीवी, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड सहित कई वायरस फैल रहे हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एचएमपीवी मामलों में वृद्धि के कारण अचानक मृत्यु दर में चिंताजनक वृद्धि हुई है, तथा 40 से 80 वर्ष की आयु के लोग विशेष रूप से इससे प्रभावित हुए हैं।
बच्चों में एचएमपीवी संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामले
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एसएआरएस-सीओवी-2 (कोविड-19) हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा गया है, “चीन इन्फ्लूएंजा ए, एचएमपीवी, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरसों का सामना कर रहा है, जिससे अस्पतालों और श्मशानों पर बोझ बढ़ गया है। अस्पतालों में बच्चों को भर्ती कराया जा रहा है। बच्चों में निमोनिया बढ़ रहा है और ‘व्हाइट लंग’ के मामले भी प्रकाश में आ रहे हैं।”
चीन के सरकारी ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर के अंत में चीनी सीडीसी के आंकड़ों के मुताबिक 14 वर्ष और उससे कम आयु के मामलों में एचएमपीवी की पॉजिटिव दर में हाल ही में वृद्धि हुई है।
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)