हमास ने इजराइल पर 9/11 जैसा खौफनाक हमले की बनाई थी योजना! जब्त दस्तावेजों से खुलासा

इजराइल पर पिछले साल हमास के हमले के बाद से शुरू हुआ संघर्ष जारी है। इस बीच इजराइल ने दावा किया कि उसके हाथ ऐसे दस्तावेज लगे हैं जो हमास की और बड़ी साजिशों का खुलासा करते हैं।

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हमास ने इजराइल पर 9/11 जैसा खौफनाक हमले की बनाई थी योजना! जब्त दस्तावेजों से खुलासा

'इजराइल पर और बड़े हमले की तैयारी में था हमास' (फाइल फोटो- IANS)

तेल अवीव: हमास का नेतृत्व 7 अक्टूबर, 2023 को इजराइल में घातक हमले को अंजाम देने से पहले से ही और खतरनाक योजना बनाने में जुटा था। इजराइल ने यह दावा किया है। दावों के अनुसार इजराइल बलों ने कुछ ऐसे दस्तावेज जब्त किए हैं, जो हमास की खतरनाक योजनाओं का खुलासा कर रहे हैं।

द न्यूयॉर्क टाइम्स, द वाशिंगटन पोस्ट और द वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे कई मीडिया आउटलेट्स की ओर से इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड के साथ एक्सेस किए गए ये कागजात बताते हैं कि हमास ईरान पर वित्तीय सहायता और सैन्य प्रशिक्षण के लिए दबाव डाल रहा था। यह गुट 7 अक्टूबर को जो हुआ उससे और बड़े हमलों पर विचार कर रहा था।

जब्त किए गए इन दस्तावेज में कुछ पत्र और प्रेजेंटेशन आदि शामिल हैं, जो इजराइल को तबाह करने की हमास की व्यापक तैयारी और महत्वाकांक्षाओं के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं। इन दस्तावेजों से पता चलता है कि इस गुट ने 9/11 की तरह तेल अवीव में किसी गगनचुंबी इमारत को गिराने पर भी विचार किया था।

क्या था हमास का लक्ष्य...क्या बातें आई हैं सामने

हमास का उद्देश्य इजराइल को कई मोर्चों पर कमजोर करना था। हालांकि दस्तावेजों में कुछ अव्यावहारिक लग रही हैं- जैसे घोड़े से खींचे जाने वाले रथों का इस्तेमाल कर चुपके से लड़ाकों को इजराइल में भेजना। इसके अलावा हमास कुछ और रणनीतियों पर भी काम कर रहा था। इसमें रेलवे और बंदरगाहों जैसे इजरायल के बुनियादी ढांचे को टार्गेट करना भी शामिल था।

जब्त किए गए दस्तावेजों में से कुछ का इजराइली अधिकारियों ने अक्टूबर- 2023 में विश्लेषण करना शुरू किया था। इनमें इजराइल के खिलाफ कई मोर्चे से हमले के लिए हमास की योजनाओं के बारे में बात करते कई प्रेजेंटेशन और मानचित्र शामिल नजर आए।

9/11 जैसी घटना को अंजाम देने का था इरादा!

नवंबर 2022 में बरामद एक प्रमुख दस्तावेज में इजराइल की सुरक्षा को कमजोर करने के लिए डिजाइन किए गए हमले के कई विकल्पों का जिक्र है। इससे पता चला कि हमास का इरादा न केवल अपनी सेना बल्कि लेबनान, सीरिया और संभवतः मिस्र से अन्य सहयोगी आतंकवादी समूहों को भी संगठित करने का था।

इन योजनाओं में सबसे नाटकीय और हैरान करने वाली एक योजना तेल अवीव की किसी प्रमुख गगनचुंबी इमारत को गिराने का है। इनमें 70-मंजिला मोशे अवीव टावर और अजरीली सेंटर कॉम्पलेक्स जैसी इमारतें शामिल थी, जिन्हें निशाना बनाया जा सकता था।

रिपोर्ट के अनुसार हमास का मानना ​​था कि इनमें से एक इमारत के ढहने से इजराइल के लिए 'अभूतपूर्व संकट' पैदा हो जाएगा। यह योजना 11 सितंबर, 2001 को न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर सेंटर पर हुए हमले की याद दिलाता है, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे।

वैसे, दस्तावेजों से ये भी पता चलता है कि हमास अभी तक इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा था कि इस तरह के विध्वंस को अंजाम देने के लिए क्या किया जाए। लेकिन यह योजना जाहिर तौर पर इजराइल में बड़े पैमाने पर अफरातफरी और रणनीतिक अराजकता पैदा करने की हमास की महत्वाकांक्षा को दर्शाती है।

हमास ने ईरान से मांगी थी मदद

ईरान के साथ हमास के संबंध जगजाहिर हैं। जब्त दस्तावेजों में वित्तीय और सैन्य सहायता के लिए सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई सहित ईरान के शीर्ष नेतृत्व से हमास की ओर से की गई अपील का विवरण भी मिलता है।
साल 2021 में लिखे गए कई पत्रों में गाजा में हमास के नेता याह्या सिनवार ने 12,000 अतिरिक्त लड़ाकों को प्रशिक्षित करने के लिए ईरानी धन का उपयोग करने की योजना की रूपरेखा तैयार करने का जिक्र किया है।

इसमें दो साल के भीतर इजराइल को खत्म करने की बात भी कही गई है। दस्तावेजों के अनुसार हमास नेता ने 500 मिलियन डॉलर की सहायता का ईरान से अनुरोध किया था और भरोसा दिलाया था कि हर डॉलर का इस्तेमाल इजराइल को नष्ट करने के उनके 'पवित्र लक्ष्य' को प्राप्त करने के लिए किया जाएगा।

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